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    सीआरएस ने किया रेलवे विद्युतीकरण का निरीक्षण

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 05 Jan 2021 06:52 PM (IST)

    -एक सप्ताह के अंदर अनुमोदन मिलने की संभावना -एनजेपी से पहले मालगाड़ी की आवाजाही होगी शु

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    सीआरएस ने किया रेलवे विद्युतीकरण का निरीक्षण

    -एक सप्ताह के अंदर अनुमोदन मिलने की संभावना

    -एनजेपी से पहले मालगाड़ी की आवाजाही होगी शुरू

    जागरण संवाददाता,सिलीगुड़ी:

    पूसी सर्कल के रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) मो. लतीफ खान ने ने अलीपुरद्वार मंडल के नए विद्युतीकृत रानीनगर जलपाईगुड़ी-न्यू कूचबिहार अनुभाग का निरीक्षण किया। निरीक्षण के उपरात गति परीक्षण भी हुआ। पूसी रेलवे के सीपीआरओ शुभानन चंदा ने बताया कि निरीक्षण स्पेशल ट्रेन द्वारा 110 किमी प्रतिघटे की अधिकतम गति की जाच की गई। कुल 98 किमी अनुभाग के लिए निरीक्षण तथा गति परीक्षण सहित विद्युत कलेक्शन टेस्ट सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।

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    सीआरएस की टिप्पणियों के अनुपालन के उपरात लगभग एक सप्ताह के अंदर अनुमोदन प्राप्त होने की संभावना है। इसके उपरात, न्यू जलपाईगुड़ी से न्यू कूचबिहार तक विद्युत रेल इंजन के साथ यात्री एवं मालवाही गाड़ियों का आवागमन जल्द ही आरम्भ किया जा सकता है।

    इससे पहले रेलवे ने डिजिटलीकरण की शुरूआत की है। भारतीय रेल को अपनी सम्पत्तियों के रखरखाव तथा परिचालन के लिए बड़ी मात्रा में सामग्रियों की जरूरत पड़ती है, जिसे भंडार विभाग द्वारा खरीदी जाती है एवं उसे अपने डिपो में अंतिम उपभोक्ताओं के बीच वितरित किया जाता है। इस भारी मात्रा में सामग्रिया प्राप्त करना, वितरण करना, रिकार्ड रखना तथा विश्लेषण करना अत्यंत कठिन कार्य है। इस कार्य को ज्यादा सुविधाजनक, सरल तथा कागज रहित बनाने के लिए पूर्वोत्तर सीमा रेल ने आपूíत की पूरी श्रृंखला का डिजिटलीकरण सुनिश्चित करने के लिए सेंटर फॉर रेलवे इंफॉर्मेशन सिस्टम्स (सीआरआईएस) द्वारा विकसित डिजिटल प्रणाली यूजर डिपो मोड्युल को अपने कार्य पद्धति में शामिल किया है। इस सिस्टम के क्रियान्वयन से मैनुअल कार्य पद्धति का डिजिटल कार्य पद्धति के रूप में रीयल टाइम ट्राजेक्शन के साथ एक विशाल बदलाव आएगा साथ में सभी भागीदारों के बीच ऑनलाइन जानकारी का विनिमय होगा। यूडीएम सिस्टम से यूजर डिपो के स्तर तक विभिन्न सामग्री प्रबंधन कार्यकलापों का कम्प्यूटरीकरण होगा।