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रेलवे लाइन दोहरीकरण का निर्माण कार्य तेज गति पर

176 किमी लंबी नई लाइन का अनुमोदन।

By JagranEdited By: Published: Sun, 14 Feb 2021 11:18 PM (IST)Updated: Sun, 14 Feb 2021 11:18 PM (IST)
रेलवे लाइन दोहरीकरण का निर्माण कार्य तेज गति पर
रेलवे लाइन दोहरीकरण का निर्माण कार्य तेज गति पर

-सितंबर 2016 में हुआ था 176 किमी लंबी नई लाइन का अनुमोदन

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-इस महीने एक फरवरी को पेश किए गए बजट में 610 करोड़ रुपये की रकम की गई है आवंटित

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : एनएफ रेलवे अंतर्गत न्यू बोंगाईगांव से ग्वापाड़ा टाउन होकर गुवाहाटी तक मौजूदा एकल लाइन के अलावा द्वितीय लाइन का निर्माण तीब्र गति से चल रहा है। यह कार्य मार्च 2023 तक पूरा कराने का लक्ष्य लिया गया है। एनएफ रेलवे के सीपीआरओ सुभानन चंदा द्वारा मिली जानकारी के अनुसार इस 176 किमी लंबी नई लाइन का अनुमोदन सितंबर 2016 में हुआ था। इसके लिए करीब 2,950 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत तय किया गया है।

पर्याप्त धन राशि के आबंटन के साथ इस परियोजना का कार्य पूरी गति से जारी है। इस वर्ष के बजट में 610 करोड़ रुपये की रकम आबंटित की गई है। पिछले वर्ष परियोजना के लिए 450 करोड़ रुपये की रकम आबंटित की गई थी। संपूर्ण होने पर यह न्यू बोंगाईगांव तथा कामाख्या के बीच तेज वैकल्पिक दोहरी लाइन रूट उपलब्ध कराएगी। न्यू बोंगाईगांव तथा कामाख्या के बीच अत्याधिक भार ले चुकी मेन लाइन में यातायात को सुगम बनाएगी। इस दोहरी लाइन परियोनजा के चालू होने के उपरात पैसेंजर ट्रेनों के निर्धारित समय पर परिचालन में भी सुधार आएगी। कसी भी तरह आपदा अथवा प्राकृतिक विपदा के समय तेज गति से लोगों तथा सामग्रियों को लाना-ले जाना संभव हो पाएगा।

करीब 1095 करोड़ रुपये की लागत पर परियोजना कार्य का लगभग 50 प्रतिशत संपूर्ण हो चुका है। ट्रेन परिचालन के लिए परियोजना की 17.46 किमी की दूरी चालू हो चुकी है। इस सम्पूर्ण परियोजना के चालू होने के उपरात यह परियोजना और अधिक पैसेंजर तथा मालगाड़ियों के परिचालन हेतु लाइन की क्षमता बढ़ाएगी तथा सम्पत्ति के बेहतर रखरखाव के लिए और ज्यादा ट्रैफिक ब्लॉकों को सक्षम बनाएगी, जो प्रणाली की सुरक्षा तथा विश्वसनीयता में वृद्धि करेगी।

इस 176 किमी लंबाई परियोजना में 379 छोटे तथा 56 प्रमुख पुलों के साथ 61 सड़क नीचली पुल/सीमित ऊंचाई के सबवे का निर्माण किया जाना है। 16 स्टेशन भवनों के निर्माण के साथ 135.60 लाख घन मी मिट्टी का कार्य भी किया जाना है।

त्वरित कार्यान्वयन के लिए इस सम्पूर्ण परियोजना को विभिन्न खंडों में विभाजित किया गया है। हालाकि सभी खंडों में कार्य प्रगति पर है, दिसम्बर 2021 तक बामुनीगांव स्टेशन तक कार्य पूरा होने की उम्मीद है, बामुनीगांव - अजारा खंड को फरवरी, 2022 तक चालू करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और मार्च 2023 तक अंतिम तक कामाख्या तक कार्य सम्पन्न करने का लक्ष्य है।

इस परियोजना के सम्पन्न होने से बेहतर सम्पर्क की व्यवस्था के साथ न केवल असम के एक विशाल हिस्से को लाभ प्राप्त होगा, बल्कि इस खंड में पड़ने वाले असम के दूधनोई स्टेशन से मेघालय के नॉर्थ गारो हिल्स जिले में स्थित मेंदीपाथर से बीजी रेल के सम्पर्क स्थापित होने से मेघालय के एक हिस्सा भी लाभान्वित होगा। इस परियोजना के सम्पूर्ण रूप से आरम्भ होने से दोनों राज्यों के स्थानीय निवासी तथा यहा की आíथक व्यवस्था भी धरातम पर दिखाई देने योग्य रूपातरण के साथ लाभान्वित होंगे।


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