तीस्ता नदी पर जयी पुल बनाने का श्रेय लेने में जुटी सभी दल
- विधानसभा चुनाव में बन सकता है बड़ा मुद्दा भाजपा और तृणमूल कांग्रेस ने पुल को लेकर प्रचार

- विधानसभा चुनाव में बन सकता है बड़ा मुद्दा, भाजपा और तृणमूल कांग्रेस ने पुल को लेकर प्रचार भी शुरू कर दिया संवाद सूत्र, चेंगराबांधा: मेखलीगंज में तीस्ता नदी पर बन रहे जयी पुल को अब केवल उद्घाटन का इंतजार है। ये पुल हर चुनाव में ही मेखलीगंज एक नंबर विधानसभा केंद्र में सत्ताधारी और विरोधी पार्टियों के लिए एक मुद्दा बना रहता था। इस बार के विधानसभा चुनाव में पुल बनवाने का श्रेय लेने की होड़ विभिन्न राजनीतिक दलों की होगी। तृणमूल और भाजपा ने तो पुल बनवाने को लेकर प्रचार भी शुरू कर दिया है। तृणमूल कांग्रेस की माने तो मेखलीगंज महकमा में लोग काफी दिनों से तीस्ता नदी के ऊपर एक पुल बनाने की मांग कर रहे थे। सरकार में आने के बाद पुल बनाने की तैयारी शुरू की गई। वहीं भाजपा की माने तो छीटमहल समझौता के दौरान केंद्र सरकार ने काफी पैसा आवंटित किया है। इसी कारण पुल का निर्माण हो पाया है। इसमें माकपा भी पीछे नहीं रहना चाहती है। माकपा नेताओं की माने तो उनके आंदोलन के कारण ही पुल का निर्माण कार्य हो पाया है। कुल मिलाकर पुल निर्माण कराने का श्रेय हर पार्टी लेना चाह रही है।
स्थानीय लोगों की माने तो तीस्ता नदी मेखलीगंज महकमा को दो भागों में बांटती है। नदी के पूर्व में मेखलीगंज ब्लॉक और मेखलीगंज नगरपालिका है। वहीं पश्चिम दिशा में हल्दीबाड़ी ब्लॉक और हल्दीबाड़ी नगरपालिका है। इस कारण मेखलीगंज में विभिन्न कामों को लेकर हल्दीबाड़ी के लोगों को 76 किलोमीटर घूमकर जलपाईगुड़ी-मयनागुड़ी होकर मेखलीगंज आना पड़ता है। वहीं हल्दीबाड़ी जाने के लिए मेखलीगंज के लोगों को भी यही समस्या उठानी पड़ती है। इस कारण तीस्ता नदी के ऊपर जयी पुल बनने से मेखलीगंज से हल्दीबाड़ी की दूरी मात्र 12 किलोमीटर रह जाएगी। इसके अलावा मेखलीगंज से जलपाईगुड़ी और सिलीगुड़ी की दूरी भी कम हो जाएगी।
मेखलीगंज के तृणमूल विधायक अर्घ्य राय ने कहा कि इतने दिन केवल चुनाव आने पर सभी को पुल याद आता था। लेकिन तृणमूल कांग्रेस की सरकार आते ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुल बनाने की तैयारी शुरू कर दी। अब पुल बनकर तैयार है, केवल उद्घाटन का इंतजार रह गया है। पुल बनाने का पूरा श्रेय राज्य सरकार और मुख्यमंत्री को जाता है। वहीं भाजपा मेखलीगंज दक्षिण मंडल कमेटी के अध्यक्ष दधिराम राय और मंडल कमेटी के अध्यक्ष राजीव सिंह सरकार ने कहा कि केंद्र सरकार के पैसे से ही पुल बना है। तृणमूल लोगों को भ्रमित करने का प्रयास कर रही है। लेकिन जनता सब जानती है। इधर, माकपा नेता अजित बर्मन ने कहा कि लंबे आंदोलन के कारण ही पुल का निर्माण हो पाया है। माकपा कार्यकर्ताओं ने पुल के लिए लंबी लड़ाई लड़ी है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।