तकिये पर खून से लिखा था सीक्रेट मैसेज, डिलीवरी ब्वॉय ने देखते ही बुलाई पुलिस; फ्लैट खुला तो उड़ गए सबके होश
चीन में 19 वर्षीय डिलीवरी ब्वॉय झांग कुन ने अपनी सूझबूझ से 30 घंटे से कमरे में फंसी एक महिला को बचा लिया। झांग ने फुटपाथ पर खून से तकिये पर लिखे कुछ नंबर देखे तो तुरंत पुलिस को सूचना दी। झांग और पुलिस ने तुरंत मैसेज डिकोड कर लिया कि यह मामला पास की एक इमारत की 25वीं मंजिल पर स्थित एक होमस्टे से जुड़ा है।
बीजिंग, एजेंसी। चीन में डिलीवरी ब्वॉय के रूप में काम करने वाली एक 19 वर्षीय छात्र ने अपनी सूझ-बूझ से 30 घंटे से भूखे-प्यासे कमरे में फंसी झोउ नाम की एक महिला बाहर निकल पाई। दरअसल, छात्र ने फुटपाथ पर पड़ा एक तकिया देखकर तुरंत मैसेज डिकोड कर लिया और पुलिस को सूचना देकर महिला को बचा लिया।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में डिलीवरी ब्वॉय के रूप में काम करने वाले 19 वर्षीय छात्र झांग कुन ने फुटपाथ पर एक सफेद तकिया देखा, जिस पर खून से आपातकालीन नंबर 110 और 625 लिखा था। तकिया देखते ही झांग ने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
झांग और पुलिस ने तुरंत मैसेज डिकोड कर लिया कि यह मामला पास की एक इमारत की 25वीं मंजिल पर स्थित एक होमस्टे से जुड़ा है। पुलिस ने पता लगाया कि तकिया होमस्टे की 25वीं मंजिल की खिड़की से आया था।
पहले पुलिस को लगा कि महिला किसी खतरे में है, लेकिन जब पुलिस और झांग पहुंचा तक जानकारी मिली कि महिला कमरे की सफाई कर रही थी। दरवाजे का लॉक खराब होने के कारण कमरे में फंसी गई थी।
महिला का फोन भी उसके पास नहीं था। 30 घंटे तक चीखने-चिल्लाने के बाद भी कहीं से कोई मदद नहीं मिलने के बाद उसने तकिए पर खून से आपातकालीन नंबर लिखकर नीचे फेंका। महिला की पहचान झोउ उपनाम से हुई है।
महिला ने अदा किया शुक्रिया
झोउ ने बताया कि जब मैं मदद मांग-मांग कर थक गई। न पीने को पानी मिल पा रहा था और न खाने को खाना, तब उंगली पर कट लगाकर तकिये पर खून से इमरजेंसी नंबर लिखकर मदद मांगी। जब पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो मैं वह इतनी उत्साहित थीं मानो अपने परिवार से मिल रही हों।
महिला ने झांग का शुक्रिया अदा किया और पैसे देने की कोशिश भी की, लेकिन झांग ने मना कर दिया। झांग ने कहा कि यह एक छोटा सा काम था, मेरी जगह कोई और भी होता तो वो भी यही करता।
यह घटना 12 अगस्त की बताई जा रही है। जब खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो लोगों ने झांग की सूझबूझ की जमकर तारीफ की। इसके बाद झांग जिस कंपनी मेइतुआन के लिए काम करता था, उसने झांग को पायनियर राइडर की मानद उपाधि और 2,000 युआन का इनाम दिया।
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