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    Uttarkashi News: ईको टूरिज्म से जुड़ेगा वरुणावत, सप्ताह भर में परियोजना की डीपीआर तैयार करने के निर्देश

    By Shailendra prasadEdited By: riya.pandey
    Updated: Thu, 21 Sep 2023 03:55 PM (IST)

    Eco Tourism वरुणावत शिखर को ईको टूरिज्म से जोड़ने की कवायद तेज हो गई है। इसको लेकर जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने बैठक कर एक सप्ताह के अंतराल में परियोजना की डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए। दरअसल पिछले कई वर्षों से वरुणावत टॉप ईको टूरिज्म से जोड़ने को लेकर मांग की जा रही है। इसका निरीक्षण खुद जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला भी कर चुके हैं।

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    Uttarkashi News: ईको टूरिज्म से जुड़ेगा वरुणावत

    जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : Eco Tourism: वरुणावत शिखर को ईको टूरिज्म से जोड़ने की कवायद तेज हो गई है। इसको लेकर जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने बैठक कर एक सप्ताह के अंतराल में परियोजना की डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए। दरअसल पिछले कई वर्षों से वरुणावत टॉप ईको टूरिज्म से जोड़ने को लेकर मांग की जा रही है। इसका निरीक्षण खुद जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला भी कर चुके हैं। ईको टूरिज्म से जोड़ने के लिए ट्रैक व अन्य पर्यटक सुविधाओं की दरकार है।

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    जिला सभागार में बैठक लेते हुए जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने कहा कि उत्तरकाशी नगर के शीर्ष पर स्थित वरुणावत टॉप क्षेत्र रमणीय स्थल है। प्रमुख पर्यटन केन्द्र बनने की पूरी संभावना रखता है।

    पर्यटन एवं वन विभाग के अधिकारी करेंगे संयुक्त निरीक्षण 

    तय किया गया कि तात्कालिक तौर पर इस क्षेत्र में प्रवेश द्वार, पार्किग व कैंटीन की व्यवस्था कर पर्यटन सुविधाओं को विकसित किया जाय। इस क्षेत्र में इको-टूरिज्म विकास की योजना तैयार करने के लिए जल्दी ही पर्यटन एवं वन विभाग के अधिकारी संयुक्त निरीक्षण करेंगे।

    इन क्षेत्रों को ईको टूरिज्म योजना के दायरे में लाने के निर्देश

    जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने कहा कि नेलांग, सातताल, दयारा, डोडीताल, नचिकेताताल, हरकीदून-केदाकांठा आदि क्षेत्रों को ईको टूरिज्म योजना के दायरे में लाया जाए। प्रकृति और संस्कृति के संरक्षित रखने के उपायों को सुनिश्चित करते हुए पर्यटन विकास की परियोजनाओं को क्रियान्वित किया जाएगा।

    सेब बागानों को हार्टी-टूरिज्म के लिए खोले जाने के संबंध में निर्देश

    सभी योजनाओं की फाइनल डीपीआर एक सप्ताह में जिला ईको-पर्यटन समिति को दिए जाने के भी जिलाधिकारी ने निर्देश दिए। इसके अलावा परियोजना से जुड़े क्षेत्रों में स्थानीय ईको-पर्यटन समितियों का गठन एवं पंजीकरण करवाया जाए। सुक्की और धराली गांव में सेब बागानों को हार्टी-टूरिज्म के लिए खोले जाने के संबंध में कार्यवाही के निर्देश जिलाधिकारी ने दिए।

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    बैठक में रहे मौजूद

    बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी डीपी बलूनी, गंगोत्री नेशनल पार्क के उप निदेशक रंगनाथ पाण्डेय, जिला पर्यटन अधिकारी जसपाल सिंह चौहान, मुख्य उद्यान अधिकारी डॉ. डीके तिवारी, संग्राली के प्रधान संदीप सेमवाल आदि मौजूद थे।

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