Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उत्तरकाशी: तुल्याड़ा के नवनीत ने हासिल किया बड़ा मुकाम, इस पद पर हुआ चयन

    By Raksha PanthariEdited By:
    Updated: Sun, 29 Nov 2020 03:42 PM (IST)

    तुल्याड़ा गांव निवासी 23 वर्षीय नवनीत नौटियाल का चयन भारतीय राष्ट्रीय राज मार्ग प्राधिकरण में डिप्टी जनरल मैनेजर (टेक्निकल) के पद पर हुआ। नवनीत ने रांची में इस पद पर ज्वाइनिंग भी ले ली है। इसके अलावा नवनीत नौटियाल का चयन एनएचपीसी में भी हुआ।

    Hero Image
    तुल्याड़ा के नवनीत ने हासिल किया बड़ा।

    उत्तरकाशी, जेएनएन। चिन्यालीसौड़ के तुल्याड़ा गांव निवासी 23 वर्षीय नवनीत नौटियाल का चयन भारतीय राष्ट्रीय राज मार्ग प्राधिकरण में डिप्टी जनरल मैनेजर (टेक्निकल) के पद पर हुआ। नवनीत ने रांची में इस पद पर ज्वाइनिंग भी ले ली है। इसके अलावा नवनीत नौटियाल का चयन एनएचपीसी में भी हुआ। इस सफलता का श्रेय उन्होंने अपने माता-पिता और अपने शिक्षकों को दिया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर चिन्यालीसौड़ के तुल्याड़ा (सुनार गांव) निवासी नवनीत ने प्राथमिक शिक्षा भागीरथी शिशु मंदिर चिन्यालीसौड़ से प्राप्त की। जबकि हाईस्कूल और इंटर की पढ़ाई सरस्वती विद्या मंदिर चिन्यालीसौड़ से की। हाईस्कूल में नवनीत ने 89 फीसद अंक प्राप्त किए, जबकि इंटरमीडिएट में 91 फीसद अंक प्राप्त कर प्रदेश स्तर की मेरिट सूची में पांचवां स्थान प्राप्त किया। 

    नवनीत नौटियाल ने एनआइटी श्रीनगर से 2019 में सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है। संस्थान से पास आउट होते ही नवनीत अपनी तैयारियों में जुटा रहा। सिविल इंजीनियरिंग डिसिप्लिन (गेट) 2020 की परीक्षा में देश में 49वीं रैंक हासिल की। हाल ही नवनीत इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस की मेन्स परीक्षा में भी शामिल हुआ। जिसका रिजल्ट आना बाकी है। इंजीनियर नवनीत ने बताया कि उनके पिता दिनेश नौटियाल प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक हैं, जबकि माता शीला देवी गृहिणी है।

    नवनीत की सफलता पर नवनीत के माता-पिता समेत उनके रिश्तेदार हरीश थपलियाल ने खुशी व्यक्त की है। उन्होंने नवनीत को अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बताया है। हरीश थपलियाल ने कहा कि घर में पढ़ाई का माहौल सही हो तो पहाड़ों में भी अच्छी शिक्षा लेकर नौनिहाल मुकाम हासिल कर सकते हैं। इसका उदाहरण नवनीत नौटियाल हैं। उत्तराखंड बोर्ड के हिंदी मीडियम के इस होनहार छात्र में आज क्षेत्र और जनपद का नाम रोशन किया है।

    यह भी पढ़ें: 80 वर्ष की उम्र में भी हुनर को उकेर रहे हैं रामकृष्ण, मूर्ति-काष्ठ कला के साथ ही चित्रकारी में हैं उस्ताद