Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Uttarkashi Mosque Dispute: आरटीआइ के अधूरे जवाब से शुरू हुआ मस्जिद विवाद, पढ़ें 10 बड़ी बातें

    Updated: Sun, 01 Dec 2024 08:32 PM (IST)

    Uttarkashi Mosque Dispute उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मस्जिद को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। आरटीआई के एक अधूरे जवाब से शुरू हुआ यह विवाद अब हिंदू संगठनों और प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति पैदा कर चुका है। महापंचायत में उत्तरकाशी को धार्मिक नगरी बनाने का संकल्प लिया गया है। विधायक सुरेश चौहान ने कहा कि यहां से मीट-अंडा शराब की दुकानें हटाई जाएंगी।

    Hero Image
    Uttarkashi Mosque Dispute: मस्जिद को हटाने के लिए विवाद अगस्त से शुरू हुआ। जागरण

    जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी । Uttarkashi Mosque Dispute: जिला मुख्यालय उत्तरकाशी के भटवाड़ी रोड के निकट मस्जिद को हटाने के लिए विवाद अगस्त से शुरू हुआ। यह विवाद आरटीआइ के एक अधूरे जवाब से बढ़ा। प्रशासन की ओर आरटीआइ का जवाब संशोधित भी किया गया। परंतु फिर यह विवाद बढ़ता गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह है पूरा विवाद

    • 20 अक्टूबर को प्रशासन ने संबंधित भूमि की रजिस्ट्री, दाखल-खारीज के दस्तावेजों की जानकारी भी साझा की।
    • 24 अक्टूबर को हिंदू संगठनों की ओर से जुलूस निकाला गया। उग्र होने पर लाठीचार्ज और पत्थराव की घटना हुई। जिसमें 8 पुलिसकर्मियों सहित 29 लोग घायल हुए।
    • इस घटना के बाद पांच दिनों तक उत्तरकाशी में निषेधाज्ञा भी लागू रही।
    • पत्थराव की घटना पर पुलिस ने 8 नामजद सहित दो अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया।
    • 26 अक्टूबर को तीन हिंदूवादी कार्यकर्त्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। जो 11 नवंबर को जमानत पर रिहा हुए।
    • फिर बजरंग दल व विहीप ने इस आंदोलन को अपने हाथ में लिया और देव भूमि विचार मंच का गठन कर 1 दिसंबर को महापंचायत करने का ऐलान किया।
    • 6 नवंबर को उत्तरकाशी में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मस्जिद की भूमि संबंधित जांच के निर्देश दिए। इसी विवाद के बीच उत्तरकाशी से एसपी अमित श्रीवास्तव का तबादला और एडीएम, सीओ व एक इंस्पेक्टर को अटैच भी किया गया।
    • मस्जिद की सुरक्षा को लेकर यह मामला हाईकोर्ट पहुंचा।
    • हाईकोर्ट ने संबंधित धर्मिक स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश प्रशासन को दिए।
    • प्रशासन की ओर से संबंधित स्थल के 50 मीटर क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू की गई और सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है।

    महापंचायत में उत्तरकाशी को धार्मिक नगरी बनाने का संकल्प

    जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। रामलीला मैदान में आयोजित महापंचायत में गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान ने कहा कि उत्तरकाशी को धार्मिक नगरी बनाया जाएगा। इसके लिए इस पंडाल से भी को शपथ लेनी है कि उत्तरकाशी नगर को हम धार्मिक नगर घोषित करेंगे।

    यह भी पढ़ें- 20 हजार करोड़ की महत्वाकांक्षी नमामि गंगे परियोजना हुई थी लॉन्‍च, लेकिन आठ साल बाद भी 'राम तेरी गंगा मैली'

    यह नगरी बाबा विश्वनाथ की नगरी है और हमारी आस्था के कई पौराणिक मंदिर हैं। चारधाम यात्रा का मुख्य पड़ाव है। इसलिए इस क्षेत्र में मस्जिद भी नहीं होनी चाहिए। विधायक सुरेश चौहान ने कहा कि उत्तरकाशी को धर्म नगरी बनाने के लिए यहां से मीट-अंडा, शराब की दुकानें हटाई जाएंगी। जिससे यह आध्यात्मिक व धार्मिक नगरी भी बने।

    इसके लिए तीर्थ पुरोहिता और संत लगातार उनसे मांग कर रहे हैं। महापंचायत से अगर कोई अन्य सुझाव आएगा तो उस पर भी विचार किया जाएगा। विधायक सुरेश चौहान उन हिंदू संगठन के युवाओं का आभार है, जिन्होंने मां गंगा के किनारे खुली मीट की दुकानों को बंद करवाया है। उन्होंने कहा कि किस तरह से इस धार्मिक नगरी और देवभूमि का माहौल बिगाड़ने के लिए कुछ लोग प्रयास कर रहें। हम उन्हें सफल नहीं होने देंगे।

    अगर हम अपने हिंदू सनातन धर्म को बचाने के लिए आगे नहीं आए तो किसी बात के लिए आगे आएंगे। जो मुस्लिम भाई यहां पौराणिक समय से हैं, हमें उनसे कोई आपत्ति नहीं है और उनकी श्रद्धा को ठेस नहीं पहुंचा रहे हैं। परंतु जो कुछ समय पहले मस्जिद का मामला आया।

    कोई कहते हैं वहां मस्जिद नहीं थी, कोई कहता है मस्जिद कैसे बन गई। इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तत्काल इसका संज्ञान लिया है और जांच के निर्देश दिए हैं। इस मामले में पूरी तरह से निष्पक्ष जांच कराई जाएंगी। हिंदू संगठनों को वह इस मंच से आश्वासन देते हैं कि अगर मजिस्द अवैध होगी तो तुड़वाई जाएगी।

    यह भी पढ़ें- ये है उत्‍तराखंड का शिमला, जहां बसे पंजाब प्रांत के मेहनतकश; बौद्धों का अहम पड़ाव भी रहा

    विधायक सुरेश चौहान ने कहा कि उन्होंने उत्तरकाशी में मस्जिद के बारे में पुराने लोगों से पूछा, तो उस समय भी मस्जिद को लेकर विरोध हुआ था। तब उस समय मदरसे में नाम पर बच्चों को पढ़ने की बात हुई थी। तब वहां 20 लोग होते थे, परंतु अब सैकड़ों की संख्या में नवाज पढ़ने जाते हैं। जिससे यहां की डेमोग्राफी बदल रही है। इसके यहां के लोगों को जागरूक होना पड़ेगा। जो बाहर के लोग आ रहे हैं, उन्हें कमरा किराये पर कौन दे रहा है। जिससे पुरोला, उत्तरकाशी में घटनाएं घटित हुई हैं।

    प्रशासन के पास हो रामलीला मैदान

    उत्तरकाशी : रामलीला मैदान के अस्तित्व को भी बचाना है। इसलिए यह मैदान पालिका से हटाकर प्रशासन के पास जाना चाहिए। जिससे यहां धार्मिक, सांस्कृतिक और खेल गतिविधियों के कार्य निरंतर हो सकें। जिससे इस मैदान का अस्तित्व बचाया जा सके। पालिका के कारण इस मैदान में इस बार सैनिक मेला नहीं हो पाया। यह बड़े दुर्भाग्य की बात है। इस मैदान में ठेली-रेड़ी नहीं लगनी चाहिए।

    सब्जी मंडी को करेंगे शिफ्ट

    उत्तरकाशी : विधायक सुरेश चौहान ने कहा कि उत्तरकाशी मुख्य बाजार से सब्जी की दुकानों को शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को प्रस्ताव दिया हैं कि सब्जी मंडी को काली कमली के पीछे खाली पड़े स्थान पर शिफ्ट किया जाएगा। वहां भी उन्हीं लोगों को दुकान मिलेगी, जो यहां पर पौराणिक है। तांबाखाणी सुरंग से लेकर भटवाड़ी रोड पूरी तरह से व्यवस्थित की जाएगी।