Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उत्तराखंड में अनोखा मामला: मंदिर में हुई चोरी, चोरों को पहचानने कोतवाली पहुंची देवडोली; चुराया सामान भी ढूंढा

    Updated: Fri, 12 Dec 2025 03:52 PM (IST)

    उत्तरकाशी के चिणाखोली गांव में नागराजा मंदिर में चोरी हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया, लेकिन असली चोर की पहचान क ...और पढ़ें

    Hero Image

    डुंडा ब्लाक के चिणाखोली गांव में भगवान नागराजा मंदिर में हुई थी चोरी. Jagran

    जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। बीते रविवार को डुंडा ब्लाक के चिणाखोली गांव में भगवान नागराजा मंदिर का ताला तोड़कर चोरी हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने त्वरित कार्यवाई कर शक के आधार पर दो लोगों को हिरासत में लिया। लेकिन असली चोर को पहचानने के लिए नागराजा भगवान की डोली ग्रामीणों के साथ कोतवाली पहुंची। इस दौरान एक चमत्‍कार भी हुआ। देवडोली की ओर से बताये गये स्थान पर चोरी का सामान भी बरामद किया गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ग्रामीणों के अनुसार बीते रविवार को चिणाखोली गांव में एक शादी समारोह था। गांव में बाहर से दो लोग आये थे। दिन में मंदिर में दूल्हा-दुल्हन के पूजा करने करने के बाद जब पुजारी दोबारा मंदिर पहुंचे, तो मंदिर का दरवाजा टूटा मिला। वहीं, मंदिर से दान पात्र सहित देवता की मूर्ति गायब थी। इसकी सूचना ग्रामीणों ने तत्काल कोतवाली पुलिस को दी। इस पर पुलिस ने गांव में गए दोनों लोगों को हिरासत में ले लिया, लेकिन उनके पास चोरी का सामान नहीं मिला।

    उसके बाद ग्रामीणों ने सेमनागराजा की देवडोली से पूछा तो उन्होंने बताया कि उन्हें कोतवाली ले जाएं। कहां पर चोर की शिनाख्त कर देंगे। सोमवार को पूरा गांव देवडोली के साथ कोतवाली पहुंचा। वहां पर डोली ने हिरासत में लिए दोनों लोगों में से चोरी के आरोपी को पकड़ा और कहा कि यह पांच लोग थे लेकिन गांव में दो ही लोग ही आए थे। इससे पूर्व देवडोली के बताए स्थान के अनुसार गांव से करीब तीन पैर किमी की दूरी पर चोरी हुआ दानपात्र है और देवता की मूर्ति बरामद हुई।

    यह भी पढ़ें- उत्तरकाशी में ट्रेकिंग व साहसिक गतिविधियों के लिए नया पोर्टल शुरू, अब नहीं काटने पड़ेंगे विभागों के चक्कर

    यह भी पढ़ें- शीतकाल में गंगा दर्शन की यात्रा कराती आध्यात्मिक अनुभूति, प्रकृति को नजदीक से देखना है तो चले आइए उत्तरकाशी