शिक्षक ने डांटा तो छात्र ने फांसी लगाकर दी जान
हाईस्कूल के छात्र ने शिक्षक की डांट से नाराज होकर खुदकुशी कर ली। खुदकुशी से पहले छात्र ने चाइल्डलाइन को आपबीती बताई, लेकिन सुनवाई न होने पर आत्मघाती कदम उठा दिया।
उत्तरकाशी, [जेएनएन]: हाईस्कूल के छात्र ने शिक्षक की डांट से नाराज होकर खुदकुशी कर ली। खुदकुशी से पहले छात्र ने चाइल्डलाइन को आपबीती बताई, लेकिन सुनवाई न होने पर आत्मघाती कदम उठा दिया।
राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भराणगांव में कक्षा दस में पढ़ने वाला मनीष चौहान (15) पुत्र प्यास सिंह चौहान स्कूल गया था, लेकिन स्कूल से वह सुबह 11 बजे ही घर लौट आया।
घर में कारण बताने पर मनीष ने स्कूल के एक शिक्षक पर मारपीट करने का आरोप लगाया। दोपहर के समय गांव से ही मनीष ने चाइल्डलाइन में भी फोन किया, लेकिन मोबाइल नेटवर्क सही न होने के कारण बात पूरी नहीं हो पाई।
चाइल्डलाइन के समन्वयक दीपक ने बताया कि मंगलवार की शाम 5.54 बजे मनीष चौहान का फोन आया था। मनीष ने कहा था कि होमवर्क पूरा न होने पर एक शिक्षक ने उसे मारा है। जब मनीष ने शिक्षक से टीसी मांगी तो टीसी देने से भी इनकार कर दिया।
मनीष ने चाइल्ड लाइन के कर्मचारी से कहा कि वह बुधवार को उसकी मदद के लिए स्कूल में आएं, लेकिन जब चाइल्ड लाइन की टीम ने बुधवार की सुबह को मनीष के घर में संपर्क किया तो पता चला कि मनीष ने मंगलवार की देर शाम को घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
चाइल्डलाइन के समन्वयक ने कहा कि इस मामले में छात्र के परिजनों से बातचीत की गई है। आखिर वे क्या कारण थे, जिससे छात्र को इतना बड़ा कदम उठाना पड़ा। वहीं कोतवाली प्रभारी महादेव उनियाल ने कहा कि अगर परिजनों की ओर से तहरीर आती है तो आरोपी शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
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