उत्तराखंड में माकूल हिमपात से पर्यटन को मिलेगी सौगात, चांगथांग हिमखंड बना आकर्षण
हर्षिल घाटी समेत निकटवर्ती पर्यटक स्थलों में बर्फबारी का आनंद लेने के लिए पर्यटकों ने बुकिंग भी शुरू कर दी है।
By Edited By: Published: Sat, 11 Jan 2020 12:04 AM (IST)Updated: Sat, 11 Jan 2020 02:22 PM (IST)
उत्तरकाशी, शैलेंद्र गोदियाल। इस बार भी पहाड़ों में हुए माकूल हिमपात ने पर्यटन व्यवसायियों की मुराद पूरी कर दी है। उत्तरकाशी जिले की हर्षिल घाटी समेत निकटवर्ती पर्यटक स्थलों में बर्फबारी का आनंद लेने के लिए पर्यटकों ने बुकिंग भी शुरू कर दी है।
जानकारों के अनुसार पर्यटन व्यवसाय पर इस बर्फबारी का असर लंबे समय दिखेगा। बर्फ में ट्रैकिंग करने वालों के साथ ही स्नो बाइकिंग और स्कीइंग के लिए भी पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा। उत्तरकाशी जिले में दयारा बुग्याल, डोडीताल, केदारकांठा, नेलांग, हर्षिल, धराली, सात ताल, ओसल, हरकीदून, सुक्की टॉप, गंगोत्री, नचिकेता ताल, रैथल, बार्सु, अगोड़ा, चौरंगी, राड़ी टॉप, पत्थरखोल जैसे कई खूबसूरत पर्यटन स्थल हैं। इस बार इन सभी स्थलों पर न केवल जोरदार बर्फबारी हुई है, बल्कि गंगोत्री हाइवे पर धराली के निकट चांगथांग हिमखंड बनना शुरू हो गया है। हाइवे से लगे हुए इस हिमखंड का दीदार पर्यटक जून तक कर सकते हैं।
इसके साथ ही दयारा बुग्याल में भी चार फीट से अधिक बर्फ पड़ चुकी है। समुद्रतल से 3000 मीटर की ऊंचाई पर 30 वर्ग किमी क्षेत्र में फैले दयारा बुग्याल में दो किमी लंबे कई खूबसूरत ढलान हैं। स्कीइंग विशेषज्ञ सत्तर सिंह पंवार बताते हैं कि अच्छी बर्फबारी के कारण दयारा में स्कीइंग के लिए गुलमर्ग से बेहतर स्थितियां हैं। इसके अलावा हर्षिल से लेकर गंगोत्री तक का क्षेत्र स्नो बाइकिंग के लिए भी मुफीद है। यहां बर्फबारी के कई दिन बाद तक पर्यटक जमी बर्फ का आनंद लेते हैं।
प्रभागीय वनाधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि इस बार जैसी बर्फबारी हुई है, वह पारिस्थितिकीय तंत्र के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है। जाहिर है जब बर्फ की चादर ओढ़े प्रकृति अपनी सुंदर छटा बिखेरेगी तो प्रकृति प्रेमी और पर्यटक खिंचे चले आएंगे।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें