कोरोना संक्रमण के दौर में भी 'निम' के नाम इन उपलब्धियों का कीर्तिमान, जानिए
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) ने कोविड-19 के दौर में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। इसमें छह दिन में छह चोटियों के आरोहण करने की उपलब्धि भी है। कोविड काल में निम ने कुल दस चोटियों का सफल आरोहण किया है।
उत्तरकाशी, शैलेंद्र गोदियाल। देश-दुनिया को दर्जनों नामचीन पर्वतारोही देने वाले नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) ने कोविड-19 के दौर में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। इसमें छह दिन में छह चोटियों के आरोहण करने की उपलब्धि भी है। कोविड काल में निम ने कुल दस चोटियों का सफल आरोहण किया है। इन सभी चोटियों पर पहली बार आरोहण हुआ है। इसके अलावा राज्य स्थापना दिवस पर गैरसैण से दूधातोली ट्रैक पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के साथ निम के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट और निम के चार प्रशिक्षकों ने ट्रैकिंग कर उस ट्रैक को प्रमोट किया है, जिससे गैरसैंण और दूधातोली के बीच ट्रैकिंग बढ़ सके।
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की स्मृति में 14 नवंबर 1964 को उत्तरकाशी में निम की स्थापना की गई थी। शनिवार को निम अपना 56वां स्थापना दिवस मनाएगा। इन वर्षों में निम ने उपलब्धियों का पहाड़ को छुआ है। निम एवरेस्ट और शीशा पांग्मा समेत तीन दर्जन से अधिक चोटियों पर तिरंगा लहरा चुका है। इस संस्थान में चलने वाले एडवेंचर, बेसिक, एडवांस, सर्च एंड रेस्क्यू और मैथड ऑफ इंस्ट्रक्शन कोर्स सहित कई स्पेशल, रॉक क्लाइंबिंग और स्कीइंग कोर्स में करीब 31 हजार देशी-विदेशी पर्वतारोही प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं।
सर्च एंड रेस्क्यू कोर्स कराने वाला यह एशिया का इकलौता संस्थान है, लेकिन कोविड-19 के कारण निम में प्रशिक्षण की गतिविधियां तो बंद रही। पर निम के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट और उनकी टीम कोविड काल में नए कीर्तिमान स्थापित करने में जुटी रही। इनमें से वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) छह दिन में छह चोटियों का आरोहण और छह दिन में तीन चोटियों का आरोहण प्रमुख उपलब्धियां हैं। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट कहते हैं कि विश्व पर्वतारोहण के इतिहास में पहली बार एलएसी क्षेत्र में भारतीय दल की ओर से पेट्रोलिंग के साथ-साथ 5500 मीटर से 6000 मीटर की छह चोटियों का छह दिन में सफलतापूर्वक आरोहण किया गया।
निम से प्रशिक्षण प्राप्त प्रमुख पर्वतारोही
भारतीय महिला एवरेस्टर बछेंद्री पाल, वरिष्ठ पर्वतारोही चंद्रप्रभा ऐतवाल, संतोष यादव, डॉ. हर्षवंती बिष्ट, अर्जुन वाजपेई, कृष्णा पाटिल, सुमन कुटियाल, सरला नेगी, अरुणिमा सिन्हा, जुड़वां बहने ताशी औक नुंग्शी, पूनम राणा जैसे कई प्रख्यात पर्वतारोही शामिल हैं।
ये हैं कोरोना काल की उपलब्धियां
नागा-44790 (इनर लाइन क्षेत्र) कू-45871 (इनर लाइन क्षेत्र) अनाम-45616 (इनर लाइन क्षेत्र) अनाम पर्वत 6129 मीटर (एलएसी)स्वरूप चोटी 6100 मीटर (एलएसी)अनाम पर्वत 6007 मीटर (एलएसी)अनाम पर्वत 6075 मीटर (एलएसी)अनाम पर्वत 6030 मीटर (एलएसी)अनाम पर्वत 6025 मीटर (एलएसी)हर्षिल हॉर्न 4823 मीटर (हर्षिल घाटी)गैरसैण-दूधातोली टैंक की ट्रैकिंग।
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