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    Yamunotri Highway: यहां न सड़क सही, न कोई सुरक्षा; यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाने से पहले जान लें सच्चाई

    Updated: Fri, 01 Nov 2024 08:23 PM (IST)

    उत्तरकाशी के यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग की स्थिति खराब है। एनएचआइडीसीएल को पांच साल से इसकी देखभाल की जिम्मेदारी है लेकिन मरम्मत नहीं की गई है। डामरीकरण भी नहीं किया गया है और कुछ स्थानों पर सीमेंट और कंकरीट डालने से स्थिति और खराब हुई है। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग धरासू शुरू होता है जो बड़कोट दोबाटा होते हुए यमुनोत्री धाम के अंतिम सड़क पड़ाव जानकी चट्टी को जोड़ता है।

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    यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से पोल गांव के बीच राजमार्ग की बदहाल स्थित । जागरण

    जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। जनपद उत्तरकाशी के तीन तहसीलों को जोड़ने वाले यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग की सिलक्यारा से लेकर पोलगांव बड़कोट के बीच बदहाल स्थित है। यह राजमार्ग यमुनोत्री धाम को भी जोड़ता है। पिछले पांच वर्षों से इस क्षेत्र में राजमार्ग के रखरखाव का जिम्मा एनएचआइडीसीएल के पास है, परंतु एनएचआइडीसीएल ने राजमार्ग बदहाल स्थिति में छोड़ा है। पिछले पांच वर्षों के अंतराल में इस राजमार्ग पर डामरीकरण भी नहीं किया गया है। कुछ जगहों पर सीमेंट और कंकरीट तो डाला गया, परंतु इससे मार्ग की हालत और अधिक खराब हुई है।

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    यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग धरासू शुरू होता है, जो बड़कोट दोबाटा होते हुए यमुनोत्री धाम के अंतिम सड़क पड़ाव जानकी चट्टी को जोड़ता है। इसके अलावा मोरी, पुरोला और बड़कोट तहसील के 280 गांव को भी यह हाईवे जिला मुख्यालय से जोड़ता है। धरासू से जनकी चट्टी की दूरी 110 किलोमीटर है।

    धरासू से सिलक्यारा 30 किलोमीटर तथा बड़कोट के निकट पोलगांव से पालीगाड़ करीब 20 किलोमीटर क्षेत्र में आलवेदर रोड का कार्य अंतिम चरण में है, परंतु सिलक्यारा से लेकर पोलगांव के बीच सिलक्यारा सुरंग निर्माणाधीन है। इस सुरंग का निर्माण पूरा होने में दो से ढाई वर्ष का समय लग सकता है। सिलक्यारा से राड़ीटाप होते हुए पोलगांव तक सड़क की बदहाल स्थिति है।

    मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही भी

    सिलक्यारा सुरंग के कारण इस मार्ग पर एनएचआइडीसीएल के भारी वाहनों की आवाजाही भी होती है। वर्ष 2019 में इस क्षेत्र के रखरखाव का जिम्मा एनएचआइडीसीएल को ही दिया गया। परंतु एनएचआडीसीएल ने इस मार्ग पर एक बार भी ढंग से मरम्मत कार्य नहीं कराया। इस मार्ग पर राड़ी टाप से लेकर पोलगांव तक करीब 20 किलोमीटर क्षेत्र में सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हैं।

    मरम्मत को लेकर डीएम ने दिए थे निर्देश

    यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से पोलगांव तक राजमार्ग की स्थिति बदहाल होने और इस क्षेत्र में मरम्मत न होने को लेकर कुछ दिन पहले जिलाधिकारी डा. मेहरबान सिंह बिष्ट ने यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर राड़ी टाप क्षेत्र की सड़क को एनएचआइडीसीएल से हटाकर एनएच डिवीजन बड़कोट को हस्तांतरित करने के संबंध में प्रस्ताव तैयार करने के लिए निर्देश दिए थे। सचिव लोक निर्माण विभाग की ओर से भी पूर्व में इस संबंध में निर्देश दिए गए थे।

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