Move to Jagran APP

Gangotri Yatra 2020: विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद, अब मुखवा में होंगे दर्शन

विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। कपाट बंदी से पहले गंगोत्री मंदिर और गंगा घाट पर पूजा-अर्चना की गई। इसके बाद मां गंगा की उत्सव डोली शीतकालीन पड़ाव मुखीमठ (मुखवा) के लिए रवाना हुई।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Sun, 15 Nov 2020 09:07 AM (IST)Updated: Sun, 15 Nov 2020 11:25 PM (IST)
Gangotri Yatra 2020: विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद, अब मुखवा में होंगे दर्शन
विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद।

उत्तरकाशी, जेएनएन। Gangotri Yatra 2020 विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट रविवार दोपहर को विधि विधान से शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। मां गंगा की उत्सव डोली शीतकालीन पड़ाव मुखीमठ (मुखवा) के लिए रवाना हुई, जो सोमवार को मुखवा पहुंचेगी। गंगोत्री के कपाट बंद होने के बाद अब देश-विदेश के श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास मुखवा में कर सकेंगे। वहीं, यमुनोत्री धाम के कपाट सोमवार दोपहर 12.25 बजे शीतकाल के लिए बंद होंगे। 

loksabha election banner

अन्नकूट पर्व के शुभ मुहूर्त पर गंगोत्री धाम में सुबह साढ़े बजे उदय बेला पर मां गंगा के मुकुट को उतारा गया, जिसके बाद भोगमूर्ति डोली में विराजित की गई। इस बीच श्रद्धालुओं नेमां गंगा की भोग मूर्ति के दर्शन किए। अमृत बेला, अभिजीत मुहूर्त पर ठीक दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर मां गंगा की डोली गंगोत्री मंदिर के अंदर से परिसर में लाई गई। इस दौरान पूरा परिसर जयकारों से गूंज उठा, जिसके बाद कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हुई। 

इस दौरान तीर्थ पुरोहितों ने विशेष पूजा और गंगा लहरी का पाठ किया। 9वीं बिहार रेजिमेंट के जवानों के बैंड की धुन और परंपरागत ढोल दमाऊं की थाप के साथ तीर्थ पुरोहित गंगा की डोली को लेकर शीतकालीन प्रवास मुखवा गांव के लिए पैदलरवाना हुए। रात्रि विश्राम के लिए गंगा जी की डोली मुखवा से चार किमी पहले चंडी के देवी के मंदिर में पहुंची। यह मंदिर एक शिला के ऊपर है। 

यह भी पढ़ें: Chardham Yatra 2020: केदारनाथ समेत चारधाम के कपाट शीतकाल के लिए इन तिथियों में होंगे बंद, पढ़िए पूरी खबर

मान्यता है कि चंड और मुंड नाम के दंत्यों का वध कर माता चंडी ने इसी शिला के नीचे दबा दिए थे। सोमवार सुबह गंगा जी की डोली चंडी माता मंदिर से मुखीमठ स्थित गंगा मंदिर में पहुंचेगी। कपाट बंद होने के अवसर पर कुपड़ा गांव से शेषनाग देवता की डोली सहित कई गांवों से देव डोलियां गंगोत्री पहुँची थी। कपाट बंद होने के दौरान गंगोत्री विधायक गोपाल रावत, गंगोत्री, पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण, मंदिरसमिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल, सचिव दीपक सेमवाल, सह सचिव राजेश सेमवाल, पूर्व जिला पंचायत सदस्य कुलदीप बिष्ट, गंगोत्री व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष सतेन्द्र सेमवाल आदि मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें: Badrinath Yatra 2020: विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने सपरिवार किए बदरीनाथ धाम के दर्शन


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.