चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर वायुसेना ने रात में किया लैंडिंग का अभ्यास
उत्तराखंड में चीन सीमा को लेकर वायुसेना पूरी तरह से सतर्क हैं। सोमवार देर रात वायुसेना के एमआइ-17 हेलीकॉप्टर ने चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर लैंडिंग और टेक ऑफ का अभ्यास किया।
उत्तरकाशी, जेएनएन। सामरिक दृष्टि से संवेदनशील उत्तराखंड में चीन सीमा को लेकर वायुसेना पूरी तरह से सतर्क हैं। सोमवार देर रात वायुसेना के एमआइ-17 हेलीकॉप्टर ने चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर लैंडिंग और टेक ऑफ का अभ्यास किया।
दरअसल, चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी को लेकर वायुसेना लंबे समय से प्रयोग कर रही है। इस हवाई पट्टी सेना चीन सीमा की हवाई दूरी (एरियल डिस्टेंस) महज 125 किलोमीटर है। ऐसे में चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी वायुसेना के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। पिछले साल वायुसेना ने यहां आपरेशन गगन शक्ति के तहत तीन दिन तक अभ्यास किया था।
इसके अलावा वायुसेना के मालवाहक विमान एएन-32 की भी सफल लैंडिंग की गई थी। उत्तर प्रदेश निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक और हवाई पट्टी की देखरेख का जिम्मा संभाल रहे घनश्याम सिंह ने बताया कि सोमवार रात करीब साढ़े आठ बजे वायुसेना के एमआइ-17 हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरने और उतरने का अभ्यास किया।
सैन्य सूत्रों के अनुसार चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी और चीन सीमा से सटी नेलांग घाटी में भारत और कजाकिस्तान के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास भी हो सकता है। मंगलवार को सेना के अधिकारियों ने हवाई पट्टी का जायजा भी लिया। हालांकि इसकी तिथि का एलान नहीं किया गया है। गौरतलब है कि भारत और कजाकिस्तान के बीच बीते 3 अक्टूबर से पिथौरागढ़ में संयुक्त सैन्य अभ्यास चल रहा है।
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