Updated: Wed, 04 Dec 2024 04:22 PM (IST)
Ayushman Yojana आयुष्मान योजना के तहत राज्य के सभी लोगों को पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है। आयुष्मान योजना से उत्तराखंड के बजट पर बोझ बढ़ता जा रहा है। वित्त विभाग ने सीमित संसाधनों के चलते इस योजना पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। सरकार समर्थ लोगों को योजना से बाहर करने की तैयारी कर रही है।
संवाद सहयोगी, जागरण बाजपुर। Ayushman Yojana: सरकार की लोकप्रिय आयुष्मान योजना अब सरकार के लिए ही चिंता का कारण बनती जा रही है। वित्त विभाग ने राज्य के सीमित संसाधनों को देखते हुए इस पर पुनर्विचार करने का सीएम से आग्रह किया है। उत्तराखंड सरकार ने राज्य में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की मदद के लिए पांच लाख रुपये तक के उपचार के लिए अटल आयुष्मान योजना एक दशक पूर्व शुरू की थी।
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योजना में बजट सौ करोड़ रुपये रखा गया था। समय के साथ आयुष्मान कार्डों की संख्या करीब एक करोड़ होने के कारण योजना में अगले वित्तीय वर्ष में लगभग 1200 करोड़ की आवश्यकता पड़ेगी। इस वर्ष भी योजना में करीब 600 करोड़ का व्यय हो चुका है। बढ़ते खर्च के चलते सरकार के माथे पर चिंता की लकीरें दिखने लगी हैं। ऐसे में सरकार बड़े स्तर पर प्रचार करेगी कि समर्थ व्यक्ति योजना का लाभ न ले।
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राज्य के सभी लोगों को पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज
आयुष्मान योजना के तहत राज्य के सभी लोगों को पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है। हालांकि, योजना का बढ़ता बजट अब सरकार के लिए चिंता का विषय बन गया है। वित्त विभाग ने राज्य के सीमित संसाधनों को देखते हुए इस पर पुनर्विचार करने की सलाह दी है।
स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि सरकार आयुष्मान योजना के तहत सभी को मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान कर रही है। बढ़ते बजट के कारण सरकार अब उन लोगों से अपील करेगी, जो आर्थिक रूप से सक्षम हैं और इलाज का खर्च स्वयं उठा सकते हैं, वह इस योजना का लाभ न लें। यह कदम उन गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए अधिक फायदेमंद साबित होगा, जो वास्तव में इसके पात्र हैं।
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प्रदेश में लगभग 23.90 लाख राशन कार्डधारक परिवार हैं। इनमें 97 लाख से अधिक लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। इनमें 57 लाख से भी अधिक लाभार्थियों के कार्ड सक्रिय हैं।
इसके अतिरिक्त राज्य के 4.73 लाख कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए गोल्डन कार्ड जारी किए गए हैं। जिसमें 60 प्रतिशत से अधिक लोग इसका लाभ ले रहे हैं। स्वास्थ्य सेवा में हुआ गुणात्मक सुधार स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, आयुष्मान योजना से राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच में बहुत सुधार हुआ है।
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इस योजना में संशोधन करना जरूरी
वित्त विभाग का कहना है कि राज्य के सीमित बजट और बढ़ते खर्च को देखते हुए इस योजना में संशोधन करना जरूरी है। अगर योजना का बजट इसी रफ्तार से बढ़ता रहा तो राज्य के अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों के विकास प्रभावित होंगे। बाजपुर के पांडेय अस्पताल में भी होगा आयुष्मान कार्ड से उपचार बाजपुर के डा.हरिओम पांडेय अस्पताल में अब आयुष्मान कार्ड से उपचार संभव हो पाएगा।
इसके लिए राज्य सरकार ने इस अस्पताल को आयुष्मान सूची में शामिल कर लिया है। अभी तक यहां काफी कम खर्च में गरीबों का उपचार किया जा रहा था। अब सरकार की ओर से आयुष्मान कार्ड की स्वीकृति मिलने से जनपद अल्मोड़ा, नैनीताल, चंपावत, ऊधम सिंह नगर से शल्य चिकित्सा कराने वाले मरीजों को बड़ा लाभ मिल सकेगा।
डा.चेतन पांडेय ने बताया कि उनके पास अधिकांश उनके पिता हरिओम पांडेय के समय से ही कमजोर वर्ग के मरीज आते हैं। जिनकी सेवा संस्थान पहले से करता आ रहा है और पूरे प्रदेश में सबसे सस्ता उपचार वह करते आ रहे हैं।
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