Pantnagar University की एक और छात्रा ने विवि के डॉक्टर पर लगाए संगीन आरोप, इलाज के नाम पर करता था फिंगर टेस्ट
Pantnagar University नैनीताल जिले की रहने वाली विश्वविद्यालय की एक और छात्रा ने भी दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। विवि में छात्रा ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, पंतनगर(ऊधमसिंहनगर): PantNagar University : गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में छात्रा से यौन उत्पीड़न के मामले में सोमवार को गिरफ्तार चिकित्साधिकारी डा. दुर्गेश कुमार मंगलवार को जेल पहुंच चुका है।
वहीं नैनीताल जिले की रहने वाली विश्वविद्यालय की एक और छात्रा ने भी दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। बरेली निवासी दो छात्राओं ने डा. दुर्गेश की ऐसी ही करतूत साझा की। इन सभी मामलों को पंत विवि प्रशासन के साथ ही स्थानीय पुलिस ने दबाए रखा था।
छात्रा ने पांच दिसंबर को विवि प्रशासन को सौंपा था शिकायती पत्र
विश्वविद्यालय की एक छात्रा ने डा. दुर्गेश पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए पांच दिसंबर को शिकायती पत्र विवि प्रशासन को सौंपा था।
कमेटी ने प्रथमदृष्टया डा. दुर्गेश को दोषी पाया, जिसके बाद 10 दिसंबर को उसे निलंबित कर दिया गया। लेकिन डाक्टर के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज नहीं कराया गया। बाद में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी हरकत में आए और आरोपित पर दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज कर सोमवार शाम उसे गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेज दिया।
इधर, मंगलवार को नैनीताल जिले की छात्रा ने भी चिकित्साधिकारी पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर सौंपी। उसने आरोप लगाया है कि 30 नवंबर 2022 को उसे पेट में दर्द हो रहा था। इस पर वह डा. दुर्गेश के पास जांच के लिए गई।
जहां डाक्टर ने उसका यौन उत्पीड़न किया। एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल ने बताया कि छात्रा की तहरीर पर डा.दुर्गेश के विरुद्ध दुष्कर्म, छेड़छाड़ व धमकी की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
पांच माह पहले भी दो छात्राओं का यौन उत्पीड़न
विवि की दो और छात्राओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप डा. दुर्गेश पर लगाया है। मामला पांच माह पूर्व का है। तब वार्डन से शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं हो सकी।
इसके विपरीत लोकलाज का डर दिखाकर उन्हें चुप करा दिया गया। लेकिन पांच दिसंबर को एक अन्य छात्रा के मुखर होने के बाद उन्होंने भी आवाज उठाई है।
यह भी पढ़ें : Pantnagar University : पेट दर्द होने पर दिखाने गई छात्रा, विवि के अस्पताल में तैनात डॉक्टर ने किया दुष्कर्म
बरेली की रहने वाली दोनों पीड़ित छात्राओं ने जागरण को बताया कि उनके स्वजन अब कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलेंगे।
इलाज के नाम पर 'फिंगर टेस्ट'
छात्राओं के अनुसार मासिक धर्म प्रभावित होने से उन्हें पेट दर्द की शिकायत थी। इस पर वह इलाज के लिए विवि परिसर स्थित अस्पताल पहुंचीं। वहां डाक्टर दुर्गेश ने दवा लिखी और कमरे में ले जाकर 'फिंगर टेस्ट' किया। इस पर असहज हुई दोनों छात्राओं ने वार्डन से शिकायत दर्ज कराई। लेकिन मामला दबा दिया गया।
छात्राओं से ऐसे सवाल करता था
आरोपित डाक्टर छात्राओं से गर्भनिरोधक दवा का सेवन करती हो। साथी के साथ रिलेशन बनाती हो। तुम लड़कों के साथ बहुत घूमती हो। बिना जांच के दवा नहीं मिलेगी, भीतर कमरे में चलो जैसे सवाल करता था और फिर जांच के नाम पर लोअर उतरवाता था। यह बात पीड़ित छात्राओं ने तहरीर में बताई हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।