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    'आई लव मोहम्मद' जुलूस: काशीपुर बवाल में पूर्व बसपा नेता समेत पांच गिरफ्तार, साजिश का पर्दाफाश

    Updated: Thu, 25 Sep 2025 03:15 PM (IST)

    काशीपुर के अल्लीखां बवाल मामले में पुलिस ने तेज़ी दिखाते हुए पूर्व बीएसपी नेता समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। जाँच में पता चला है कि उपद्रव में काशीपुर के अन्य मोहल्लों के लोग भी शामिल थे। पुलिस को शक है कि यह एक गहरी साजिश थी जिसका मकसद शहर का माहौल बिगाड़ना था। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।

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    काशीपुर के अल्लीखां बवाल मामले में पूर्व बीएसपी नेता समेत पांच गिरफ्तार। प्रतीकात्‍मक

    जागरण संवाददाता, काशीपुर। रविवार रात हुए उपद्रव मामले की जांच में पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। पुलिस ने बुधवार को 15 संदिग्धों को पूछताछ के लिए उठाया, जिनमें से पांच को देर रात गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना का मुख्य साजिशकर्ता नदीम अख्तर पहले ही पकड़ा जा चुका है।

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    एएसपी अभय प्रताप सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों में 19 वर्षीय फरदीन निवासी कचहरी पाकिजा कालोनी), 40 वर्षीय मौ. अर्श निवासी पाकिजा कालोनी, 18 वर्षीय रविश निवासी अल्लीखां, 18 वर्षीय सालिम निवासी बासफोडान और 45 वर्षीय मौ. अब्बास राहुल उर्फ एमए राहुल निवासी शाबिक शामिल हैं। इनमें मौ. अब्बास पूर्व में नगर निगम चुनाव भी लड़ चुका है।

    इससे साफ हो गया है कि उपद्रव की साजिश केवल अल्लीखां तक सीमित नहीं थी, बल्कि काशीपुर के अलग-अलग मोहल्लों से उपद्रवी इसमें शामिल हुए थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ में कई अहम जानकारियां सामने आई हैं। यह शक गहराता जा रहा है कि इतनी बड़ी भीड़ को एकजुट करना और अचानक उग्र होना किसी गहरी सुनियोजित साजिश का हिस्सा था।

    पुलिस मान रही है कि अब तक की गिरफ्तारियों के बाद आने वाले दिनों में कुछ और चौंकाने वाले नाम सामने आ सकते हैं। 

    फरार आरोपितों की गिरफ्तारी को दबिश

    एएसपी अभय प्रताप सिंह ने बताया कि नामजद आरोपित हनीफ और दानिश की गिरफ्तारी के लिए उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद, बिजनौर और रामपुर तक दबिश दी जा रही है। पुलिस की आधा दर्जन से अधिक टीमें लगातार अलग-अलग इलाकों में छापेमारी कर रही हैं।

    पुलिस का मानना है कि उपद्रव केवल स्थानीय विवाद नहीं था, बल्कि एक बड़ी साजिश थी, जिसका मकसद काशीपुर के सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ना था। जांच की दिशा अब मास्टरमाइंड से लेकर स्थानीय नेताओं और बाहरी नेटवर्क तक फैलती नजर आ रही है।