'आई लव मोहम्मद' जुलूस उपद्रव: काशीपुर में अफवाहों पर नकेल कसने की तैयारी, सोशल मीडिया पर खासी नजर
काशीपुर में उपद्रव के बाद अफवाहों का बाजार गर्म है जिसपर पुलिस सख्ती से लगाम लगाने की तैयारी में है। सोशल मीडिया पर झूठी खबरें फैलाने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे केवल सत्यापित सूचनाओं पर ही विश्वास करें और किसी भी भ्रामक खबर को आगे न फैलाएं। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जागरण संवाददाता, काशीपुर। रविवार रात हुए उपद्रव के बाद हालात सामान्य करने की कोशिशों के बीच अब अफवाहबाज सक्रिय हो गए हैं। शहर का माहौल बिगाड़ने के लिए इंटरनेट मीडिया (सोशल मीडिया) का सहारा लिया जा रहा है। बीती रात कस्टडी में नाबालिग की मौत की झूठी खबर फैलाकर लोगों को भड़काने का प्रयास किया गया।
पुलिस ने रात ही स्पष्ट किया कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है और यह महज अफवाह है। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि अफवाह फैलाने वालों को चिह्नित कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में आधा दर्जन लोगों पर चिह्नित कर कार्रवाई की जा रही है।
अधिकारियों का कहना है कि इंटरनेट मीडिया पर विशेष निगरानी रखी जाएगी, ताकि कोई भी असामाजिक तत्व झूठी जानकारी प्रसारित कर माहौल खराब न कर सके। आमजन से भी अपील की गई है कि वे केवल सत्यापित सूचनाओं पर भरोसा करें और किसी भ्रामक संदेश को बिना जांचे-परखे आगे न बढ़ाएं।
एसपी अभय प्रताप सिंह का सख्त संदेश
एसपी अभय प्रताप सिंह ने कहा कि शहर में किसी भी तरह की भ्रामक सूचना को शेयर करना भी अपराध की श्रेणी में आएगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि यदि कहीं अफवाह फैलाने की कोशिश होती दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
उन्होंने भरोसा दिलाया कि शिकायत करने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। एसपी ने कहा कि समाज के जागरूक लोगों की भागीदारी से ही ऐसे असामाजिक तत्वों पर लगाम लगाई जा सकती है।
वीडियो और मोबाइल फुटेज से होगी पहचान
पुलिस ने बताया कि उपद्रव के दौरान दर्जनों मोबाइल वीडियो और सीसीटीवी फुटेज पुलिस के हाथ लगे हैं। इन्हें खंगालकर घटना में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है। अब तक कई उपद्रवियों को चिन्हित किया जा चुका है और फरार आरोपितों की तलाश में दबिश दी जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि फुटेज की जांच से पूरे नेटवर्क का खुलासा होगा और साजिश में शामिल कई और नाम सामने आ सकते हैं।
सख्त कार्रवाई की तैयारी
पुलिस प्रशासन ने साफ किया है कि अफवाह फैलाने वालों को आईटी एक्ट और अन्य धाराओं के तहत कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। माहौल बिगाड़ने वाले किसी भी तत्व को बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही, इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर भी निरंतर नजर रखी जा रही है। प्रशासन ने शहरवासियों से कहा है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शहर में शांति बनाए रखने में सहयोग करें।
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