Cyber Fraud: नए साल की बधाई देने में न करें जल्दबाजी, लिंक पर क्लिक करते ही खाली हो जा रहे अकाउंट
साइबर धोखाधड़ी पर रोक लगाने के लिए पुलिस लोगों को जागरूक कर रही है लेकिन ठग नए-नए तरीके अपनाकर लोगों के बैंक खाते खाली कर रहे हैं। इस तरह के मामले साम ...और पढ़ें

वीरेंद्र भंडारी, रुद्रपुर। नया साल नजदीक है। ऐसे में लोग एक दूसरे को इंटरनेट मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर पोस्ट के साथ ही लिंक भेजकर बधाई दे रहे हैं। जिसका फायदा साइबर ठग भी उठा रहे हैं। वह लोगों को लिंक और एपीके फाइल भेज रहे हैं। जिसे क्लिक करते ही लोगों का मोबाइल हैक हो रहा है और उनके खाते खाली हो रहे हैं। वर्तमान में हर काम ऑनलाइन हो रहा है। जिसका फायदा साइबर ठग उठा रहे हैं।
बीते पांच साल के भीतर साइबर ठगों ने आनलाइन खरीदारी, नेट बैंकिंग, गेम डाउनलोडिंग, फर्जी आइडी, हेल्पलाइन और जीवन प्रमाण पत्र, केवाइसी अपडेट करने के साथ ही फेसबुक पर महिला बनकर दोस्ती का प्रस्ताव देने, वाट्सएप हैक होने का झांसा देकर लोगों से ठगी करने जैसे हथकंडे अपनाए हैं। साइबर धोखाधड़ी पर रोक लगाने के लिए पुलिस लोगों को जागरूक कर रही है, लेकिन ठग नए-नए तरीके अपनाकर लोगों के बैंक खाते खाली कर रहे हैं। इस तरह के मामले सामने आने के बाद ऊधम सिंह नगर पुलिस के साथ ही साइबर थाना पुलिस इंटरनेट मीडिया के जरिए लोगों को जागरूक करने में जुट गई है।
दो साल में 3022 लोगों से हो चुकी है साइबर ठगी
ऊधम सिंह नगर में दो साल में साइबर ठगों ने 3022 लोगों को साइबर ठगी का शिकार बनाकर उनसे 39.81 करोड़ रुपये वसूले। इसमें वर्ष, 2023 में 1478 लोगों को साइबर ठगों ने अपना शिकार बनाया। उनसे 23.44 करोड़ की ठगी की गई। कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 193 पंजीकृत प्राथमिकी का पर्दाफाश करते हुए 1.11 करोड़ रुपये बरामद किए। साथ ही छह आरोपितों को गिरफ्तार किया। जबकि वर्ष, 2024 में अब तक साइबर ठग 1544 लोगों को अपने जाल में फंसा चुके हैं और उनसे उनसे 16.37 करोड़ की ठगी की गई है। मामले में पुलिस ने 246 केसों का पर्दाफाश करते हुए 7.76 करोड़ रुपये बरामद कर दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
यह भी पढ़ें: Cyber Fraud: साइबर ठगी हो तो तुरंत 1930 पर करें शिकायत, यहां जानिए अपने हर सवाल का जवाब
ज्यादातर पुरुष हुए साइबर फ्रॉड का शिकार
साइबर अपराधियों के शिकार महिलाओं की तुलना में पुरुष अधिक हुए। वर्ष 2023 में साइबर ठगों ने 23.44 करोड़ की जिले में ठगी की। जिसमें उन्होंने 628 महिला और 850 पुरुषों को अपना शिकार बनाया। जबकि 2024 में साइबर ठग अब तक 16.37 करोड़ की ठगी कर चुके हैं। इसमें 514 महिला और 1030 पुरुषाें को अपना शिकार बनाया है।
साइबर क्राइम से बचने के तरीके
- वाट्सएप पर अंजान नंबर से भेजे गए किसी भी निमंत्रण लिंक पर क्लिक न करें।
- अंजान नंबर से आई एपीके फाइल को डाउनलोड न करें।
- इंटरनेट मीडिया के इस्तेमाल में सावधानी बरतें।
- किसी भी आकर्षक/लुभावने व कम समय में अधिक मुनाफा प्राप्त करने वाले विज्ञापनों के झांसे में न आएं।
- इंटरनेट मीडिया पर अंजान व्यक्ति / महिला की रिक्वेस्ट स्वीकार न करें।
- किसी भी प्रकार के उपहार/ लकी ड्रा, छूट, लाटरी, पालिसी में बोनस के प्रलोभन में न आएं।
- भारी मात्रा में विदेशी धनराशि के लालच में आकर धनराशि देने तथा अपनी व्यक्तिगत जानकारी व महत्वपूर्ण डाटा शेयर करने से बचें।
- किसी के कहने पर अपने मोबाइल पर कोई भी बटन न दबाएं।
- किसी अंजान को अपना मोबाइल न दें।
- किसी पर शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को संपर्क करें।
- वित्तीय साइबर अपराध घटित होने पर 1930 नंबर पर संपर्क करें।
- परिचित के मुसीबत में मदद करने के मैसेज आ रहे हैं तो एक बार संपर्क कर पुष्टि कर लें।
- किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।

यूएस नगर के एसएसपी मणिकांत मिश्र ने बताया कि साइबर अपराधी नए-नए तरीके से लोगों से ठगी कर रहे हैं। नए साल में भी एपीके फाइल और लिंक भेजे जा रहे हैं। जिसमें जल्दबाजी में क्लिक करना खतरनाक हो सकता है। पुलिस जिले भर में स्कूल और कालेज के साथ ही इंटरनेट मीडिया में जन जागरूकता अभियान चला रही है। किसी भी प्रकार की साइबर ठगी होने पर तत्काल साइबर थाना और साइबर सेल में सूचना दें। साथ ही साइबर अपराध घटित होने पर 1930 नंबर पर संपर्क करें।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।