...तो अब पुरानी टिहरी के नाम पर रखे जाएंगे नई टिहरी के मोहल्लों के नाम, इतिहास संजोने की दिशा में बड़ा कदम
नई टिहरी नगरपालिका अब शहर के मोहल्लों का नाम पुरानी टिहरी के स्थानों के नाम पर रखेगी। यह निर्णय पुरानी टिहरी की यादों और विरासत को संजोने के लिए लिया गया है ताकि युवा पीढ़ी पुरानी टिहरी के भूगोल को जान सके। पालिकाध्यक्ष मोहन सिंह रावत ने बताया कि पुरानी टिहरी का पौराणिक इतिहास रहा है और इस कदम से लोगों के दिलों में पुरानी टिहरी की यादें जीवित रहेंगी।

रजत प्रताप सिंह, नई टिहरी। नगर पालिका नई टिहरी की ओर से अब शहर के मोहल्लों के नाम अंग्रेजी अक्षरों के स्थान पर पुरानी टिहरी शहर के मोहल्लों और स्थानों के नाम पर रखे जाएंगे।
पालिका बोर्ड सदस्यों की ओर से आम सहमति में यह निर्णय पुरानी टिहरी की यादों, विरासत और इतिहास को संजोए रखने की दिशा में उठाया जा रहा है। जिससे युवा पीढ़ी भी झील में समाए पुरानी टिहरी के भूगोल के विषय में जान सके।
नई टिहरी पालिकाध्यक्ष मोहन सिंह रावत ने बताया कि पुरानी टिहरी शहर का अपना एक पौराणिक इतिहास रहा है। लेकिन वर्ष 2000 के आसपास पुरानी टिहरी शहर के पूरी तरह से जलमग्न होने के कारण अब पुरानी टिहरी शहर की सिर्फ यादें ही रह गई हैं।
वहीं टिहरी बांध निर्माण के बाद पुरानी टिहरी वासियों को विस्थापित होना पड़ा था। जिसके बाद टीएचडीसी की ओर से नई टिहरी शहर को बसाया गया। जिसमें टीएचडीसी की ओर से बनाए गए भवनों की पहचान अंग्रेजी अक्षरों और संख्याओं के तालमेल के आधार पर रखी गई थे।
जिन्हें शहरवासी आज भी ढ़ो रहे हैं। कहा कि करीब 25 वर्ष बाद भी लोगों की नजरों में अपनी मातृभूमि पुरानी टिहरी के झरोखें जिंदा हैं और लोग पुरानी टिहरी की यादों को भुला सकने में नाकाम हुए हैं। लेकिन युवा पीढ़ी पुरानी टिहरी की भौगोलिक परिस्थिति और पौराणिक विरासत को नहीं जानती है।
जिसको देखते हुए उन सहित लगभग सभी बोर्ड सदस्यों ने आम सहमति जताते हुए अंग्रेजी वर्णमाला जैसे 5ए, 5बी, 9ए, 9बी आदि मोहल्लों के स्थान पर पुरानी टिहरी के मोहल्लों के नाम पर रखने का निर्णय लिया है। पालिकाध्यक्ष ने बताया कि अब पुरानी टिहरी के भूगोल के हिसाब से नई टिहरी शहर के मोहल्लों के नाम रखे जाएंगे।
जिनमें चनाखेत, भादू की मगरी, घंटाघर, पुराना दरबार, रानीबाग कालोनी, सेमल तप्पड़, एहलकारी मोहल्ला, दुबाटा, सुमन कालोनी, पछमिया मोहल्ला, हाथी थान, सत्येश्वर मोहल्ला, संगम रोड आदि प्रमुख नाम शामिल हैं। इसमें स्थानीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, राज्य आंदोलनकारी सहित अन्य प्रसिद्ध लोगों के नामों को भी शामिल किया जाएगा।
शहर के मोहल्लों का नाम परिवर्तन करने का एकमात्र उद्देश्य पुरानी टिहरी की यादों को बुजुर्गों से लेकर युवा पीढ़ी तक के दिलों में जिंदा रखना है। पालिकाध्यक्ष के इस निर्णय का सभासद मधु भट्ट, प्रवेश चौहान, ऋतु भूषण, सीमा नेगी आदि ने स्वागत करते हुए सहमति भी जताई है।
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