केदारनाथ में तीर्थपुरोहितों ने शुरू किया क्रमिक अनशन
उत्तराखंड देवस्थानम बोर्ड को भंग करने और केदारनाथ में मास्टर प्लान निरस्त करने की मांग को लेकर तीर्थ पुरोहितों ने केदारनाथ में प्रदर्शन के साथ ही क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है।
रुद्रप्रयाग, जेएनएन। उत्तराखंड देवस्थानम बोर्ड को भंग करने और केदारनाथ में मास्टर प्लान निरस्त करने की मांग को लेकर तीर्थ पुरोहितों ने सोमवार को केदारनाथ में प्रदर्शन किया। साथ ही क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। तीर्थपुरोहितों ने केदारनाथ में सोमवार को देवस्थानम बोर्ड को भंग करने तथा मास्टर प्लान निरस्त करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया, तथा धरना भी दिया गया। वहीं देवस्थानम बोर्ड को भंग करने को लेकर गत 12 जून से जारी क्रमिक अनशन सोमवार को भी जारी रहा। इस अवसर पर आयोजित सभा में तीर्थपुरोहितों ने कहा कि जब तक तीर्थ पुरोहित व हक हकूकधारियों चेतावनी के हितों की अनदेखी करना सरकार बंद नहीं करती आंदोलन जारी रहेगा।
बीते कई दिनों से तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी केदारनाथ में धरना दे रहे हैं। समर्थन में तीर्थ पुरोहितों की ओर से भी केदारनाथ मंदिर परिसर में धरना दिया जा रहा है। सोमवार को तीर्थपुरोहितों ने देवस्थानम बोर्ड भंग करने एवं मास्टर प्लान को निरस्त करने की मांग को लेकर क्रमिक अनशन शुरू कर दिया। केदारसभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला का कहना है कि सरकार ने तीर्थ पुरोहितों को बिना विश्वास में लिए देवस्थानम बोर्ड गठित किया। जबकि बिना व्यवस्थाओं के यात्रा का संचालन किया जा रहा है, जिससे यहां पहुंच रहे श्रद्धालुओं को खासी दिक्कतें हो रही हैं। उन्होंने मास्टर प्लान से हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों का भी विरोध किया। कहा कि जून 2013 की आपदा में केदारनाथ में व्यापक नुकसान हुआ था, जिसमें तीर्थ पुरोहितों के आवासीय व व्यापारिक प्रतिष्ठान भी सैलाब में बह गए थे। सरकार मास्टर प्लान के तहत धाम में पुनर्निर्माण कार्यों के नाम पर उनकी संपत्तियों को ध्वस्त करने के लिए निशान लगा रही है। हल्की बारिश के बावजूद भी केदारनाथ धाम में में रमाकांत शर्मा, अशोक शुक्ला, शशि अवस्थी, गजेंद्र नेगी, योगेंद्र प्रसाद, एलएस राणा, नवीन शुक्ला, जमुना प्रसाद समेत अन्य मौजूद थे।
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