Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Kedarnath Temple in Delhi: सीएम से बात के बाद तीर्थ पुरोहितों का आंदोलन स्थगित, कहा- 'केदारनाथ नाम से नहीं होगा किसी दूसरे मंदिर का निर्माण'

    Kedarnath Temple in Delhi दिल्ली में केदारनाथ मंदिर की प्रतिकृति को लेकर चार दिन से चला आ रहा तीर्थ पुरोहितों का आंदोलन मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से वार्ता के बाद स्थगित कर दिया गया। चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के आह्वान पर दिल्ली में केदारनाथ मंदिर की प्रतिकृति के निर्माण का विरोध कर रहे तीर्थ पुरोहित पिछले चार दिन से आंदोलित थे।

    By Brijesh bhatt Edited By: Nirmala Bohra Updated: Wed, 17 Jul 2024 10:00 AM (IST)
    Hero Image
    Kedarnath Temple in Delhi: मुख्यमंत्री के आश्वान के बाद तीर्थपुरोहितों ने आंदोलन किया स्थगित

    संवाद सहयोगी, जागरण, रुद्रप्रयाग। Kedarnath Temple in Delhi: दिल्ली में केदारनाथ मंदिर की प्रतिकृति को लेकर चार दिन से चला आ रहा तीर्थ पुरोहितों का आंदोलन मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से वार्ता के बाद स्थगित कर दिया गया।

    केदार सभा के प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि केदारनाथ नाम से किसी दूसरे मंदिर का निर्माण नहीं होगा। इसके बाद तीर्थ पुरोहितों ने केदारनाथ धाम में सभा कर आंदोलन को फिलहाल स्थगित करने की घोषणा की।

    इस बीच दिल्ली में केदारनाथ मंदिर की प्रतिकृति बनवा रहे श्री केदारनाथ धाम दिल्ली ट्रस्ट के संस्थापक सुरेंद्र रौतेला ने कहा कि धाम के नाम को लेकर अगर किसी को कोई आपत्ति है तो वह इसे बदलने को तैयार हैं। इससे पहले दोपहर में तीर्थ पुरोहितों ने अपनी मांग को लेकर चारों धाम में प्रदर्शन किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पिछले चार दिन से आंदोलित थे तीर्थ पुरोहित

    चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के आह्वान पर दिल्ली में केदारनाथ मंदिर की प्रतिकृति के निर्माण का विरोध कर रहे तीर्थ पुरोहित पिछले चार दिन से आंदोलित थे। इस दौरान केदारनाथ धाम के साथ ही उन्होंने केदारघाटी में भी कई जगह प्रदर्शन किया।

    इसके अलावा कांग्रेसियों ने भी दिल्ली में केदारनाथ धाम नाम से मंदिर बनाए जाने का कड़ा विरोध किया और इसमें प्रदेश सरकार की संलिप्तता का आरोप लगाया। हालांकि, मंगलवार को देहरादून में मुख्यमंत्री धामी से हुई वार्ता के बाद तीर्थ पुरोहितों ने आंदोलन स्थगित कर दिया। केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने बताया कि सभा के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री धामी से मुलाकात कर इस मुद्दे पर उनसे वार्ता की।

    मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि केदारनाथ नाम से किसी दूसरे मंदिर का निर्माण नहीं किया जाएगा। तीर्थ पुरोहितों ने उनसे ट्रस्ट द्वारा मंदिर के नाम पर बनाए गए क्यूआर कोड को भी हटवाने की मांग की। तीर्थ पुरोहितों ने मुख्यमंत्री से स्पष्ट कहा कि केदारनाथ नाम पर दूसरा मंदिर बनता है तो विरोध में आंदोलन के साथ जरूरत पड़ने पर न्यायालय की शरण भी ली जाएगी।

    वहीं, दिल्ली में मंदिर बनवा रहे श्री केदारनाथ धाम दिल्ली ट्रस्ट के संस्थापक सुरेंद्र रौतेला ने देहरादून में पत्रकारों को बताया कि प्रदेश का मुखिया होने के नाते मुख्यमंत्री धामी को पिछले दिनों मंदिर के भूमिपूजन के लिए दिल्ली बुलाया गया था। लेकिन, उत्तराखंड सरकार की ओर से मंदिर निर्माण में किसी भी तरह का सहयोग नहीं दिया गया है। इससे पूर्व, केदारनाथ मंदिर की प्रतिकृति को लेकर तीर्थ पुरोहितों ने केदारनाथ के साथ ही बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि दिल्ली में केदारनाथ धाम के नाम से मंदिर बनाया जाना पूरी तरह गलत और परंपरा के विरुद्ध है।

    मुख्यमंत्री से लगभग दस मिनट तक सकारात्मक वार्ता हुई, जिसमें उन्होंने आश्वासन दिया कि किसी भी दशा में तीर्थ पुरोहितों की भावनाओं के विपरीत केदारनाथ के नाम से दूसरा मंदिर नहीं बनने दिया जाएगा। इसका नाम व स्वरूप, दोनों बदले जाएंगे। इसके बाद तीर्थ पुरोहितों ने आंदोलन स्थगित करने का निर्णय लिया है।

    - राजकुमार तिवारी, अध्यक्ष, केदार सभा

    दो वर्ष पूर्व ट्रस्ट बनाया गया था, जिसमें किसी भी राजनीतिक दल से जुड़े लोग शामिल नहीं हैं। यदि किसी को भी दिल्ली में बन रहे मंदिर के नाम को लेकर कोई आपत्ति है तो वह इसे बदलने को तैयार हैं, लेकिन जो सिर्फ राजनीति के लिए विरोध कर रहे हैं, भगवान केदारनाथ उन्हें सदबुद्धि दे।

    - सुरेंद्र रौतेला, संस्थापक, श्री केदारनाथ धाम दिल्ली ट्रस्ट