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    Kedarnath हैलीपैड पर लैडिंग व टैकऑफ के समय दुर्घटना का बढ़ रहा ग्राफ, इस कारण खतरे में यात्रियों की जान

    Updated: Sun, 18 May 2025 04:24 PM (IST)

    Kedarnath Helicopter Crash केदारनाथ हैलीपैड पर लैंडिंग और टेकऑफ के दौरान दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ रहा है। यहाँ उड़ान भरने वाले हेलीकॉप्टर सिंगल इंजन के हैं जो यात्रियों की जान को जोखिम में डाल रहे हैं। डीजीसीए ने थंबी एविएशन की उड़ानों पर रोक लगा दी है। केदारनाथ घाटी में हेली सेवाओं के प्रति अधिक सावधानी की आवश्यकता है।

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    Kedarnath Helicopter Crash : सिंगल इंजन के हेलीकाप्टर ही भर रहे केदारनाथ जैसे संवेदनशील क्षेत्र में उड़ाने. File Photo

    संवाद सहयोगी जागरण, रुद्रप्रयाग। Kedarnath Helicopter Crash : केदारनाथ में पिछले कुछ समय से हेलीकाप्टर के लैंडिग व टैकआफ के समय दुर्घटनाओं का खतरा ज्यादा बन रहा है।

    वहीं केदारनाथ धाम में उड़ान भरने वाले सभी हेलीकाप्टर सिंगल इंजन के हैं, जो कि यात्रियों की जान को खतरे में डाल रहे हैं। वहीं गत दिनों बद्रीनाथ में थंबी एविएशन के हेलीकाप्टर की एमरजेंसी लैंडिग के बाद अभी तक केदारनाथ धाम के लिए उडान की अनुमति डीजीसीए ने नहीं दी है।

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    बढ़ रहा हेली दुर्घटनाओं का ग्राफ

    केदारनाथ धाम में हेली दुर्घटनाओं का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। इसमें लैंडिग व टैकआफ के समय हेली दुर्घटनाएं भी आधा दर्जन से अधिक हो चुकी हैं।

    • गत वर्ष की यात्रा में भी हेलीकाप्टर लैंडिग के दौरान इसी तहर जमीन पर गिर गर क्षतिग्रस्त हो गया था, इसमें पांच यात्री सवार थे।
    • 18 मई 2017 में हेलीपैड क्रैश, छह यात्री बालबाल बचे।
    • 18 अक्टूबर 2022 को केदारनाथ से उड़ान भरने के तत्काल बाद हेलीकाटप्टर क्रैश हुआ सात की मौत।
    • 24 मई 2024 को हेलीपेड से 100 मीटर आगे छह यात्री सुरक्षित।

    इसके अलावा भी अन्य दुर्घटनाएं हेलीकाप्टर के लैंडिग व टैकआफ के दौरान हुई है, इन दुर्घटनाओं को अभी तक नहीं रोका जा सका है।

    हेली उड़ानों के लिए संवेदनशील केदारनाथ घाटी

    वहीं केदारनाथ घाटी काफी संवेदनशील है, हेली उड़ानों के लिए ज्यादा ही संवेदनशील है। लेकिन इसके बावजूद केदारनाथ के लिए उड़ान भरने वाली सभी हेलीकाप्टर सिंगल इंजन के हैं। जो भी यात्रियों की सुरक्षा के प्रति हेली कंपनियों की खामी को दिखाता है।

    केदारनाथ में हेली सर्विस सेवाओं को लगभग एक दशक से बारीकी से नजर रखने वाले पूर्व प्रबंधक ट्रांस भारत बृजमोहन बिष्ट बताते हैं कि केदारनाथ धाम हेली सेवाओं के प्रति ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। हेली सेवाओं के लिए केदारघाटी पहले से ही काफी संवदेशील रही है।

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    थंबी एविएशन की शुरू नहीं हुई उड़ान

    गत दिनों बद्रीनाथ में थंबी एविएशन का हेलीकाप्टर लैंडिग के दौरान अनियंत्रित हो गया था, जिसके बाद डीजीसीए ने थंबी एविएशन की उड़ानों पर रोक लगा दी थी, अभी तक रोक नहीं हटाई गई है।

    बीमार व्यक्ति को पहुंचाया गया एम्स

    केदारनाथ धाम में जिस बीमार कर्नाटक के यात्री मारूती को लेने एयर एंबुलेंस एम्स ऋषिकेश से केदारनाथ आ रही थी, कर्नाटक के उस बीमार यात्री को दूसरे हेली से एम्स पहुंचाया गया है। जहां उनका उपचार चल रहा है।

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