हेलीकॉप्टर से Kedarnath जाना चाहते हैं तो ध्यान दें! मई का स्लॉट फुल, जून के लिए इस तारीख से बुक करें टिकट
Kedarnath Heli Service केदारनाथ धाम यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सेवा शुरू हो गई है। मई महीने की बुकिंग फुल होने के बाद जून के टिकटों की बुकिंग 7 मई से आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर शुरू होगी। पुलिस यात्रियों को फर्जी वेबसाइटों से बचने और केवल अधिकृत वेबसाइट से ही केदारनाथ हेली सेवा के टिकट बुक करने की सलाह दे रही है।

संवाद सहयोगी, जागरण रुद्रप्रयाग। Kedarnath Heli Service: केदारनाथ धाम के लिए नौ हेलीपैडों से आठ हवाई कंपनियों ने उड़ान भरना शुरू हो दिया है।
मई माह के हेली टिकटों का स्लाट बंद होने के बाद जून माह के लिए हेली टिकटों की बुकिंग सात मई से आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर शुरू होंगी। पुलिस ने यात्रा के लिए अधिकृत वेवसाइट से ही हेली टिकटों की बुकिंग कराने की अपील की है।
आठ हवाई कंपनियां संचालित
प्रतिवर्ष की भांति इस बार जनपद में केदारनाथ यात्रा के लिए आठ हवाई कंपनियां संचालित हो रही है। जिसमें गुप्तकाशी से आर्यन एविएशन व ट्रांस भारत, फाटा से पवन हंस हेली एविएशन, ग्लोबल वेक्ट्रा, थुम्बी एविएशन एवं ट्रांस भारत, शेरसी से क्रेस्टल एविएशन, हिमालयन हेली एवं एरो एविएशन शामिल है।
प्रतिदिन रोटेशन के हिसाब हेली कंपनियां उड़ान भरते है। वहीं यात्रा के दौरान हेली कंपनियों की फर्जी बेवसाइट से यात्रियों के साथ टिकट बुकिंग के नाम पर फर्जीवाडा हो रहा है। जिस पर अंकश लगाने के लिए पुलिस स्तर से लगातार यात्रियों को जागरूक किया जा रहा है। ताकि कोई ठगी का शिकार न हो सके।
एकमात्र अधिकृत वेबसाइट
एसपी अक्षय प्रहलाद कोंडे ने बताया कि केदारनाथ धाम यात्रा के लिए एकमात्र अधिकृत वेबसाइट https://www.heliyatra.irctc.co.in है। प्रचलित यात्रा के पहले चरण यानी 2 मई से 31 मई तक की सभी हेली टिकटें फुल हो चुकी हैं। अब 1 जून से 30 जून तक की हेली टिकटों की बुकिंग के लिए 7 मई को आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर बुकिंग शुरू होगी। इसके अतिरिक्त केदारनाथ धाम के लिए हेलीकॉप्टर टिकट बुकिंग अन्य कोई माध्यम नहीं है। यदि किसी प्रकार के फेसबुक लिंक या पेज, इंस्टाग्राम लिंक, व्हट्सएप चैटिंग या इन्टरनेट पर ढूंढी गई कोई भी वेबसाइट से आप टिकट बुकिंग का प्रयास करते हैं, तो आप निश्चित रूप से साइबर ठगी का शिकार होने जा रहे हैं। इसलिए यदि आपकी टिकट बुकिंग नहीं हो पाई है, तो केदारनाथ धाम जाने के लिए पैदल, घोड़े-खच्चर, पालकी, डण्डी कण्डी इत्यादि से भी जा सकते हैं।
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