Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    केदारनाथ धाम में कपाट खुलने के दिन नहीं होती बाबा केदार की आरती व पूजा, ऐसा क्‍यों? यह है कारण

    Updated: Sat, 03 May 2025 03:58 PM (IST)

    Kedarnath Dham 2025 केदारनाथ धाम में भैरवनाथ मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुल गए हैं। वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विशेष पूजा-अर्चना की गई। अब केदारनाथ मंदिर में नित्य पूजाएँ और शाम की आरती भी शुरू हो गई है। भैरवनाथ को केदारनाथ का रक्षक माना जाता है और उनकी पूजा के बिना केदारनाथ में नित्य पूजाएँ शुरू नहीं होतीं।

    Hero Image
    Kedarnath Dham 2025: केदारनाथ मंदिर में शुरू हुई नित्य पूजाएं व शाम की आरती. Jagran

    संवाद सहयोगी, जागरण रुद्रप्रयाग। Kedarnath Dham 2025: केदारनाथ के रक्षक के रूप में पूजे जाने वाले भगवान भैरवनाथ के कपाट वैदिक मंत्रोच्चारण एवं पूरी विधि-विधान के साथ आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए। वहीं अब शनिवार से ही केदारनाथ मंदिर में नित्य पूजाएं एवं शाम की आरती भी विधिवत शुरू हो गई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शनिवार को केदारनाथ के मुख्य पुजारी बागेश लिंग, वेदपाठी, आचार्य एवं मंदिर समिति के कर्मचारियों की उपस्थिति में भैरवनाथ के कपाट सुबह 11 बजे आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए। मंदिर में करीब डेढ़ घंटे चली भैरवनाथ की विशेष पूजा-अर्चना के साथ भैरवनाथ का अभिषेक किया गया। इसके बाद जौ-तिल व घी से हवन किया गया।

    विधिवत शुरू हुई नित्य पूजाएं

    भगवान को प्रसाद के रूप में रोट व पकोडे़ बनाकर उसका भोग लगाया गया। अंत में भक्तों को यह प्रसाद भक्तों में वितरित किया गया। कपाट खुलने के बाद शनिवार से केदारनाथ मंदिर होने वाली नित्य पूजाएं व शाम की आरती भी विधिवत शुरू हो गई है। अब भक्त शाम की आरती के दिव्य दर्शन भी कर सकेंगे।

    यह भी पढ़ें- सात टीचर साल भर पढ़ाकर भी केवल एक छात्र को नहीं करा सके पास! उत्‍तराखंड शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप

    भगवान केदारनाथ के रक्षक हैं भैरवनाथ

    बता दें कि भैरवनाथ को भगवान केदारनाथ के रक्षक के रूप में पूजा जाता है। केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद जो भी पहला मंगलवार व शनिवार आता है, उसी दिन भैरवनाथ के कपाट खोले जाते हैं। यह परम्परा सदियों से चली आ रही है।

    केदारनाथ में जब तक भैरवनाथ के कपाट नहीं खुलते, तब तक वहां नित्य पूजाएं एवं शाम की आरती नहीं होती है। शनिवार को कपाट खुलने के बाद केदारनाथ मंदिर में नित्य पूजाओं के साथ ही शाम की आरती भी शुरू हो गई है।

    यह भी पढ़ें- Uttarakhand Weather: तापमान में भारी गिरावट, अगले तीन दिन ओलावृष्टि-अंधड़ की चेतावनी; चारधाम में ऐसा रहेगा मौसम

    ये रहे मौजूद

    इस अवसर पर केदारनाथ के मुख्य पुजारी बागेश लिंग, भैरवनाथ के पुजारी अरविंद शुक्ला, केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, मंदिर समिति के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी वाईएस पुष्पवाण, उमेश शुक्ला सहित बड़ी संख्या में तीर्थपुरोहित, हक हकूकधारी एवं भक्तजन मौजूद थे।