Rudraprayag Lockdown: ऑलवेदर रोड पर निर्माण कार्यो की रफ्तार पड़ी धीमी
जिले में ऑलवेदर रोड परियोजना के तहत निर्माणाधीन गौरीकुंड हाईवे चौड़ीकरण के कार्य की रफ्तार धीमी हो गई है। पर्याप्त मात्रा में निर्माण से संबंधित सामग्री नहीं मिल पा रही है।
रुद्रप्रयाग, जेएनएन। जिले में ऑलवेदर रोड परियोजना के तहत निर्माणाधीन गौरीकुंड हाईवे चौड़ीकरण के कार्य की रफ्तार धीमी हो गई है। लॉकडाउन के चलते पर्याप्त निर्माण सामग्री न मिलने से लोक निर्माण विभाग नेशनल हाईवे को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। फैक्टियां बंद होने से पर्याप्त मात्रा में निर्माण से संबंधित सामग्री नहीं मिल पा रही है। इससे परियोजना के काम पर असर पड़ रहा है।
बीते 24 मार्च से चल रहे लॉकडाउन के चलते कई बड़ी परियोजनाओं पर निर्माण कार्य ठप पड़ा है। सरकार की ओर से चारधाम परियोजना पर काम करने की अनुमति तो दी गई। लेकिन, संबंधित विभागों के पास पर्याप्त निर्माण सामग्री न होने से काम तेजी से नहीं चल पा रहा है।
गौरीकुंड हाईवे पर वर्तमान में करीब 350 मजदूरों द्वारा कार्य किया जा रहा है। लेकिन, उसमें भी अधिकांश काम कटिंग और छोटे पुस्ते निर्माण का हो रहा है। बड़े स्तर पर तेजी से कार्य करने के लिए बड़ी मात्र में सीमेंट, स्टील और ब्लास्टिंग सामग्री की सप्लाई नहीं हो पा रही है।
विभाग का कहना है कि फिलहाल काम तो चल रहा है। लेकिन, कार्य में तेजी नहीं आ रही है। जिससे समय से पहले निर्माण कार्य करना मुश्किल लग रहा है। फैक्टियां और ट्रांसपोर्ट बंद होने से पर्याप्त मात्र में सामग्री नहीं पहुंच पा रही है। जिससे कार्य में कुछ दिक्कतें आ रही है। एनएच के अधिशासी अभियंता जेपी त्रिपाठी के मुताबिक, सरकार के निर्देशों पर हाईवे का काम निरंतर जारी है। विभाग के पास उपलब्ध सामग्री को नियमित तरीके से उपयोग में लाने का प्रयास किया जा रहा है।
गांव में पहुंची पुलिस की गाड़ियों को भी किया सेनिटाइज
कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के कार्यों में शासन-प्रशासन के लोग तो जुटे ही हैं। साथ ही कुछ ग्राम पंचायतें ऐसी भी हैं जो पूरी सतर्कता व जागरूकता के साथ ग्रामीणों की सुरक्षा का ध्यान रख रही हैं। ऐसी ही एक ग्राम पंचायत टिहरी जिले के चंबा प्रखंड की ग्राम पंचायत जुगड़गांव की हैं।
पंचायत ने गांव में बाहरी लोगों के आगमन पर प्रतिबंध लगाया है। गांव में कोई भी संदिग्ध न आ पाए इसको लेकर सभी ग्रामीण सतर्क हैं। ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सदस्य स्वयं पूरी निगरानी कर रहे हैं। बीते रोज गांव में कोई नेपाली मजदूर भटककर पहुंच गया था। जिसे ग्रामीणों ने तत्काल पुलिस के हवाले कर दिया और गांव में पहुंची पुलिस की गाड़ियों को भी सेनिटाइज किया। लॉकडाउन में जो बीस ग्रामीण गांव में बाहर से आए थे। पहले उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। कुछ दिन पूर्व गांव के तीन लोग बाहर से आए तो उन्हें ग्राम पंचायत ने क्वारंटाइन करवाया।
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ग्राम प्रधान सुशीला सकलानी का कहना है कि सभी ग्रामीण कोरोना महामारी को लेकर सतर्क हैं। यदि गांव के लोग बाहर से गांव में आते हैं तो उन्हें क्वारंटाइन करने की पूरी व्यवस्था है। उनका कहना है कि कोरोना वायरस की रोकथाम तभी हो पाएगी जब सभी लोग सतर्कता के साथ रहेंगे। नहीं तो एक की भी गलती सब पर भारी पड़ सकती हैं।
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