फेसबुक पर हुआ प्यार... प्रेमी के संग भाग रही बेटी को छुड़ाने काठमांठू से टनकपुर पहुंचा पिता
नेपाल के दार्चूला की एक युवती फेसबुक पर हुए प्यार के चलते एक युवक के साथ टनकपुर पहुँच गई। युवती के पिता ने पुलिस को सूचना दी जिसके बाद पुलिस ने ककरालीगेट पर दोनों को पकड़ लिया। युवती ने बताया कि उनका प्रेम फेसबुक के माध्यम से हुआ। युवती के बालिग होने और पिता के साथ वापस जाने की इच्छा जताने पर पुलिस ने उसे पिता के सुपुर्द कर दिया।
जागरण संवाददाता, टनकपुर। फेसबुक पर प्यार इस कदर परवान चढ़ा कि पिथौरागढ़ जनपद से लगे नेपाल के दार्चूला निवासी एक युवती नेपाली युवक के संग घर से भागकर टनकपुर तक पहुंच गई।
शारदा बैराज से ब्रंह्मदेव होते हुए वह नेपाल के झापा जिले में पहुंचती इससे पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गई। पुलिस ने युवती के साथ उसके प्रेमी को भी हिरासत में ले लिया। दोनों के बालिग होने और युवती के पिता के साथ घर लौटने की इच्छा के बाद पुलिस ने युवती को पिता के सुपुर्द कर दिया, जबकि युवती के पिता के आग्रह पर युवक के विरूद्ध मामला पंजीकृत न कर उसे छोड़ दिया गया।
एसएसआई पूरन सिंह तोमर ने बताया कि सोमवार को नेपाल के दार्चूला निवासी एक व्यक्ति ने टनकपुर ककरालीगेट में आकर बताया कि नेपाल का एक युवक उसकी बेटी को बहला फुसलाकर टनकपुर शारदा बैराज के रास्ते नेपाल के झापा जिले में ले जा रहा है।
पिता की सूचना के बाद पुलिस ने पिथौरागढ़ की ओर से आ रही टैक्सियों की तलाशी शुरू कर दी। एक टैक्सी वाहन में युवक के साथ बैठी अपनी बेटी को पिता ने पहचान लिया। जिसके बाद पुलिस ने दोनों से पूछताछ की।
पुलिस ने बताया कि युवती ने फेसबुक के माध्यम से चार माह पूर्व युवक के साथ प्यार होना बताया। उग्र की जांच की गई तो दाेनों बालिग निकले। 26 वर्षीय युवक ने नाम सिद्धार्थ जायसवाल बताया। कहा कि वह नेपाल झापा जनपद का रहने वाला है और युवती को प्यार करता है, जिसे अपने साथ ले जा रहा है।
पुलिस के अनुसार युवती दार्चूला से रविवार की रात ही भागकर पिथौरागढ़ पहुंच गई थी। दोनों ने होटल का कमरा लिया और सोमवार की सुबह टैक्सी से टनकपुर की ओर आ गए। युवती ने अपने पिता के साथ वापस लौटने की इच्छा जताई, जिसके बाद उसे पिता के सुपुर्द कर दिया गया।
एसएसआई तोमर ने बताया कि युवती के पिता के आग्रह पर युवक के विरूद्ध मामला पंजीकृत नहीं किया गया। युवती के पिता के अनुसार उसकी बेटी ने इसी वर्ष इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। वह बेटी को नर्सिंग का कोर्स कराना चाह रहा था और एडमिशन के सिलसिले में काठमांडू गया था।
बेटी के भागने की सूचना मिलने पर वह काठमांडू से हवाई जहाज के माध्यम से धनगढ़ी एयरपोर्ट पहुंचा और वहां से टैक्सी के माध्यम से टनकपुर पहुंचा।
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