Pithoragarh News: किमतोली तक सड़क न बनी तो अछूती रहेगी 50 हजार की जनसंख्या, संघर्ष समिति ने सौंपा ज्ञापन
गुमदेश क्षेत्र के निवासियों ने चंपावत-गौड़ी मोटर मार्ग को किमतोली तक बढ़ाने की मांग की है जिससे 50000 लोगों को जिला मुख्यालय से सीधा संपर्क मिल सके। 2008 में स्वीकृत यह परियोजना अभी तक पूरी नहीं हुई है। सीएम धामी ने धन आवंटित किया है लेकिन कार्यक्षेत्र सीमित होने से ग्रामीणों में असंतोष है और मांग पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

जागरण संवाददाता, लोहाघाट। गुमदेश क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने चंपावत-गौड़ी मोटर मार्ग को किमतोली तक जोड़ने की मांग की है। लोनिवि के अधिशासी अभियंता हितेश कांडपाल को ज्ञापन देने पहुंचे ग्रामीणों ने कहा कि नेपाल सीमा से लगे गुमदेश क्षेत्र में 50 हजार जनसंख्या रहती है। क्षेत्र का जिला मुख्यालय से सीधे जुड़ाव नहीं है। चंपावत-गौड़ी सड़क को किमतोली तक मिलाने से क्षेत्र जिला मुख्यालय से जुड़ जाएगा।
गुमदेश विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष माधो सिंह अधिकारी ने कहा कि 2008 में तत्कालीन मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी ने मार्ग को स्वीकृति दी थी। विभिन्न कारणों से निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका। वर्तमान में सीएम पुष्कर धामी ने जनहित को ध्यान में रखते हुए मार्ग के सुधारीकरण के लिए धनराशि आवंटित की है।
हालांकि, यह कार्य किमतोली से छह किमी पहले चिल्कोटी खेती तक ही किया जा रहा है। इससे गुमदेश की जनता फिर से सड़क से अछूती रह जाएगी। ग्रामीणों ने मार्ग सुधारीकरण कार्य जिला मुख्यालय से किमतोली तक करने की मांग की है।
कहा कि जिले की नेपाल सीमा से लगे गुमदेश क्षेत्र की आबादी को जिला मुख्यालय से जोड़ने के लिए गौड़ी होते हुए किमतोली तक मोटर मार्ग की मांग की अनसुनी की गई तो वे आंदोलन करेंगे।
इस मौके पर सरिता अधिकारी, मोहित पाठक, चांद बोहरा, मदन कलौनी, देव सिंह धौनी, केशर सिंह, नरेश कुमार, महेंद्र बोहरा, युगल किशोर आदि शामिल रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।