Pithoragarh News: खून की कमी से नहीं जाएगी जान, लोहाघाट व टनकपुर अस्पतालें में लगी स्टोरेज यूनिट
लोहाघाट और टनकपुर के उपजिला चिकित्सालयों में ब्लड स्टोरेज यूनिट स्थापित हो चुकी हैं। इन यूनिटों के शुरू होने से दुर्घटनाग्रस्त और खून की कमी वाले मरीजों को तुरंत खून मिल सकेगा जिससे उन्हें रेफर करने की आवश्यकता नहीं होगी। चंपावत जिला अस्पताल इन यूनिटों का संचालन करेगा। एक सप्ताह में दोनों यूनिटों के शुरू होने की उम्मीद है।

जागरण संवाददाता, चंपावत। दुर्घटना के घायलों एवं खून की कमी से रेफर होने वाले मरीजों के लिए अच्छी खबर है। उपजिला चिकित्सालय लोहाघाट एवं टनकपुर में ब्लड स्टोरेज यूनिट स्थापित करने की कवायद पूरी हो चुकी है। एक सप्ताह के भीतर दोनों अस्पतालों में यूनिट सक्रिय हो जाएगी।
लोहाघाट अस्पताल को लाइसेंस मिलने के बाद इसके लिए सभी जरूरी उपकरण पहुंच चुके हैं, साथ ही लैब टेक्नीशियन की व्यवस्था की जा रही है। टनकपुर में भी यूनिट स्थापित हो चुकी है। एक सप्ताह में लाइसेंस मिलने की उम्मीद है। यहां भी टेक्नीशियन की नियुक्ति कर यूनिट सक्रिय कर दी जाएगी।
यूनिटों में चारों समूहों का खून मिलेगा। यूनिटों का संचालन चंपावत जिला अस्पताल स्थित ब्लड बैंक करेंगा। यूनिट स्थापित होने के बाद खून मरीजों या फिर दुर्घटना के घायलों को जिला अस्पताल या फिर मैदानी क्षेत्र के अस्पतालों पर निर्भर रहना पड़ेगा।
जिले के सबसे अधिक ओपीडी वाले उप जिला चिकित्सालय लोहाघाट और टनकपुर में प्रतिदिन 300 से 350 मरीज उपचार के लिए आते हैं। इनमें ऐसे राेगी और दुर्घटना के घायल रहते हैं, जिन्हें खून की तत्काल जरूरत होती है। इमरजेंसी के वक्त अस्पतालों में खून की व्यवस्था न होने से मरीजों को जिला अस्पताल चंपावत या हल्द्वानी, खटीमा व पीलीभीत भेजा जाता है।
इस विषम परिस्थिति में समय पर संबंधित ब्लड ग्रुप के खून की उपलब्धता न होने से अक्सर मरीजों की जान भी चली जाती है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। जरूरत के वक्त इन अस्पतालों में मौजूद ब्लड स्टोरेज यूनिट में हर ग्रुप का खून मिल जाएगा।
लोहाघाट के सीएमएस डा. विराज राठी ने बताया कि उपजिला चिकित्सालय लोहाघाट में ब्लड स्टोरेज यूनिट स्थापित कर दी गई है। फ्रीजर और एसी आदि सभी जरूरी उपकरणों की व्यवस्था भी कर ली गई है। टेक्नीशियन की व्यवस्था की जा रही है। जैसे ही टेक्नीशियन उपलब्ध होगा जिला अस्पताल से स्टोरेज के लिए डिमांड के अनुरूप ब्लड मंगाया जाएगा।
उधर उपजिला चिकित्सालय टनकपुर में भी इमरजेंसी कक्ष के पास ही 24 यूनिट क्षमता वाली ब्लड स्टोरेट यूनिट स्पापित कर दी गई है। अस्पताल के सीएमएस डा. घनश्याम तिवारी ने बताया कि स्टोरेज यूनिट में फ्रीजर सहित सभी उपकरणों की व्यवस्था कर दी गई है। एक सप्ताह के भीतर टेक्नीशियन की नियुक्ति कर यूनिट को सक्रिय कर दिया जाएगा।
सीएमओ डा. देवेश चौहान ने बताया कि लोहाघाट व टनकपुर उपजिला चिकित्सालयों में स्थापित ब्लड स्टोरेज यूनिट स्थापित कर दी गई है। लोहाघाट में यूनिट संचालित करने का लाइसेंस भी मिल गया है। एक सप्ताह के भीतर टनकपुर में भी यूनिट शुरू करने का लाइसेंस मिल जाएगा। उन्होंने बताया कि दोनों यूनिटों में ब्लड बैंक की उलपब्धता के अनुरूप चारों समूहों का खून स्टोर किया जाएगा।
उपजिला चिकित्सालय लोहाघाट व टनकपुर में 24 यूनिट क्षमता की ब्लड स्टोरेज यूनिट स्थापित कर दी गई हैं। टेक्नीशियन की नियुक्ति की जा रही है। साथ ही अस्पतालों के एक-एक मेडिकल अधिकारी को प्रशिक्षित किया जा रहा है। जल्द ही दोनों यूनिटों में ब्लड स्टोरेज शुरू हो जाएगा। इससे जरूरतमंद मरीजों को संबंधित अस्पताल में ही खून मिलेगा, जो उनके जीवन को बचाने ने मददगार साबित होगा।
-डाॅ. देवेश चौहान, सीएमओ, चंपावत
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