उत्तराखंड के जंगलों में बिना परमिशन रहते मिले आधा दर्जन से ज्यादा देशों के लोग, क्या माजरा है?
Uttarakhand News उत्तराखंड के मुनस्यारी क्षेत्र में वन विभाग पुलिस और राजस्व विभाग ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए जंगल में रह रहे विदेशी पर्यटकों को हटाया कई देशों के नागरिक यहां ठहरे हुए थे। अधिकारियों ने उन्हें वन क्षेत्र में रात्रि प्रवास के लिए अनुमति लेने के नियमों से अवगत कराया और तत्काल क्षेत्र छोड़ने का आदेश दिया जिसके बाद वे मुनस्यारी में वैध स्थानों पर चले गए।
संसू, जागरण, मुनस्यारी। Uttarakhand News: उत्तराखंड में पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी क्षेत्र के वन क्षेत्र में कुछ विदेशी बिना अनुमति के रह रहे थे। जिन्हें वहां से हटाया गया। इनके साथ कुछ भारतीय भी थे।
मुनस्यारी के जंगलों में रह रहे देशी और विदेशी पर्यटकों को पुलिस, राजस्व और वन विभाग ने हटाया। थानाध्यक्ष मुनस्यारी अनिल आर्या के नेतृत्व में पुलिस ने वन विभाग, पुलिस की अभिसूचना इकाई और राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ मर्तोलीथौड़ के वन में औचक संयुक्त निरीक्षण किया।
वन विभाग की अनुमति के रात्रि प्रवास अवैधानिक
निरीक्षण के दौरान पता चला कि वन क्षेत्र में रेनबो फेमिली गैदरिंग कार्यक्रम के अंतर्गत स्विट्जरलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका, टर्की, रूस, बेल्जियम, जर्मनी सहित अन्य देशों के विदेशी नागरिक और भारत के उत्त्तराखंड, दिल्ली, केरल, उत्त्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों से आए पर्यटक प्रवास हेतु ठहरे हैं।
संयुक्त टीम ने देशी, विदेशी पर्यटकों को अवगत कराया कि वन क्षेत्र में बिना वन विभाग की अनुमति के रात्रि प्रवास करना अवैधानिक है। वन क्षेत्र में रात्रि प्रवास के लिए वन विभाग की अनुमति लेनी आवश्यक होती है। पर्यटकों के पास वन विभाग की कोई वैध अनुमति नहीं पायी गई।
सभी को तत्काल वन क्षेत्र छोड़ने के आदेश दिए गए और मुनस्यारी में जाकर होटल, लॉज व अन्य वैध स्थानों पर रहने के आदेश दिए। इस आदेश पर पर्यटकों ने वन क्षेत्र छोड़ा।
सभी दस्तावेज वैध
कार्रवाई के दौरान विदेशी नागारिकों के पासपोर्ट, वीजा और भारतीय नागरिकों के आधार कार्ड व अन्य दस्तावेजों की भी जांच की गई। सभी दस्तावेज वैध मिले। पुलिस और वन विभाग ने पर्यटकों से अपील की है कि बिना अनुमति के कोई भी वन क्षेत्र में रात्रि प्रवास नहीं करे।
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