Pauri News: गढ़वाल राइफल्स के 92 जवानों ने खायी देश रक्षा की कसम, कठिन प्रशिक्षण के बाद थल सेना में हुए शामिल
गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंट के भवानी दत्त जोशी परेड ग्राउंड में कसम परेड समारोह का आयोजन किया गया। परेड में नवप्रशिक्षित जवानों ने शानदार ड्रिल का प्रदर्शन कर समीक्षा अधिकारी को सलामी दी। 92 रिक्रूट थल सेना के अभिन्न अंग बने।
संवाद सहयोगी, लैंसडौन: 34 सप्ताह के कठिन प्रशिक्षण के बाद गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंट सेंटर (Garhwal Rifles Regiment Center) के 92 रिक्रूट देश के लिए अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान देने की शपथ ग्रहण करने के बाद थल सेना में शामिल हो गए। परेड के समीक्षा अधिकारी एसके महापात्रा ने रेजीमेंट के पूर्वजों की ओर से अर्जित ख्याति को विश्वपटल पर और विख्यात करने का आह्वान जवानों से किया है।
सोमवार को गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंट के भवानी दत्त जोशी परेड ग्राउंड में कसम परेड समारोह का आयोजन किया गया। परेड में नवप्रशिक्षित जवानों ने शानदार ड्रिल का प्रदर्शन कर समीक्षा अधिकारी को सलामी दी।
समीक्षा अधिकारी एसके महापात्रा ने परेड का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि देश सेवा के लिए सेना सर्वश्रेष्ठ प्रोफेशन है। सभी जवानों ने सेना (Indian army) में शामिल होकर अपने जीवन का सर्वोत्तम निर्णय लिया है।
कहा कि गढ़वाल रेजीमेंट की पैदल सेनाओं में सैन्य पराक्रम और बहादुरी के कारण अपनी विशिष्ट पहचान है। उन्होंने सेना परिवार में शामिल होने पर सैनिकों (soldier) के स्वजन को बधाई दी।
राइफलमैन अजय सिंह को स्वर्ण पदक
- परेड के दौरान सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए राइफलमैन अजय सिंह को स्वर्ण पदक से नवाजा गया।
- राइफलमैन पवन नेगी को रजत व राइफलमैन आयुष नेगी को कांस्य पदक से सम्मानित किया गया।
फिजिकल के लिए राइफलमैन विशाल रावत, फायरिंग के लिए राहुल बिष्ट व ड्रिल के लिए ऋषभ गौड़ को पदकों से सम्मानित किया गया।
परेड के दौरान रेजीमेंट के बैंड ने मनोरम धुनें बिखेरी। समीक्षा अधिकारी ने सभी जवानों को शपथ दिलवाई। इस मौके पर रेजीमेंटल गीत कदम-कदम बढ़ाए जा व बढ़े-चलों गढ़वालियों बढ़े-चलों की स्वर लहरियों से परेड ग्राउंड गूंज उठा।
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