Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस दिन पर्यटकों के लिए खुलेंगे कार्बेट रिजर्व के पौड़ी में पड़ने वाले 2 गेट, डे सफारी के लिए नहीं मिली कोई एडवांस बुकिंग

    By Ajay khantwalEdited By: riya.pandey
    Updated: Tue, 31 Oct 2023 06:48 PM (IST)

    Corbett Tiger Reserve 1318.54 वर्ग किमी. क्षेत्र में फैले जिम कार्बेट नेशनल पार्क का 521 वर्ग किमी. हिस्सा कोर जोन में है जबकि 797.72 वर्ग किमी. हिस्सा बफर जोन में है।पर्यटकों को आकर्षित करने वाले पार्क के कोर जोन का 312.86 वर्ग किमी. हिस्सा पौड़ी जनपद में है जबकि 208.14 वर्ग किमी. भाग नैनीताल जनपद में है। बफर जोन के इतने हिस्से में सोनानदी वन्य जीव विहार है जबकि...

    Hero Image
    Corbett Tiger Reserve: इन दिन पर्यटकों के खुलेंगे कार्बेट रिजर्व के पौड़ी में पड़ने वाले दो गेट

    जागरण संवाददाता, कोटद्वार। Corbett Tiger Reserve: अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कार्बेट टाइगर रिजर्व के अंतर्गत पौड़ी जनपद में पड़ने वाले दो गेट आज से पर्यटकों के लिए खोल दिए जाएंगे। हालांकि, मंगलवार शाम तक दोनों गेटों से बुधवार के लिए डे-सफारी के लिए पर्यटकों की कोई बुकिंग नहीं थी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    1318.54 वर्ग किमी. क्षेत्र में फैले जिम कार्बेट नेशनल पार्क का 521 वर्ग किमी. हिस्सा कोर जोन में है, जबकि 797.72 वर्ग किमी. हिस्सा बफर जोन में है। पर्यटकों को आकर्षित करने वाले पार्क के कोर जोन का 312.86 वर्ग किमी. हिस्सा पौड़ी जनपद में है, जबकि 208.14 वर्ग किमी. भाग नैनीताल जनपद में है। बफर जोन के 301.18 वर्ग किमी. हिस्से में सोनानदी वन्य जीव विहार है जबकि 496.54 वर्ग किमी. हिस्सा आरक्षित वनों से घिरा हुआ है।

    पौड़ी जनपद के अंतर्गत पड़ने वाले वतनवासा व पाखरो जोन के गेट बुधवार से पर्यटकों के लिए खुल रहे हैं। विभागीय सूत्रों की मानें तो वतनवासा गेट से हल्दूपड़ाव पहुंचने में पर्यटकों को थोड़ी परेशानी हो सकती है। दरअसल, हल्दूपड़ाव व वतनवासा गेट के मध्य तीन स्थानों में नदी पार करनी पड़ती है। नदी में इन दिनों जलस्तर काफी अधिक है। इस कारण पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

    रुकने की है पर्याप्त व्यवस्था

    दोनों पर्यटक जोन में पर्यटकों के रुकने के लिए पर्याप्त व्यवस्था है। वतनवासा गेट की ओर जाने वाले पर्यटक मुंडियापानी, हल्दूपड़ाव व रथुवाढ़ाब में रुक करते हैं। जबकि पाखरो जोन में जाने वाले पर्यटक पाखरो वन विश्राम गृह व मोरघट्टी वन विश्राम गृह में रुक सकते हैं।

    यह भी पढ़ें - Tungnath Temple: इस दिन शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर के कपाट, बीकेटीसी की तैयारियां पूरी

    यह भी पढ़ें - Rudraprayag News: अब तक 51 हजार से अधिक VIPs पहुंचे बदरीनाथ-केदारनाथ धाम, एक करोड़ों के पार पहुंची मंदिर समिति की आय