श्रीनगर-बुघाणी-खिर्सू मोटरमार्ग पर भू-धसाव से बढ़ा खतरा, लगातार हो रही बारिश बन रही परेशानी का सबब
श्रीनगर-बुघाणी-खिर्सू मोटरमार्ग पर खोला के पास बारिश के कारण भूधंसाव हो रहा है जिससे सड़क का 50 मीटर हिस्सा धंस गया है। स्थानीय लोगों ने समय पर मरम्मत न होने पर खतरे की चेतावनी दी है। वैज्ञानिकों ने अनियोजित विकास और जल निकासी की कमी को भूस्खलन का कारण बताया है। लोनिवि ने निरीक्षण कर मरम्मत कार्य शुरू करने की बात कही है।

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल। श्रीनगर-बुघाणी-खिर्सू मोटरमार्ग पर खोला से दो किलोमीटर आगे लगातार हो रही बारिश के कारण भू-धसाव शुरू हो गया है। बीते दिनों की बरसात से सड़क का लगभग 50 मीटर पैच पूरी तरह धंस चुका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते मोटरमार्ग का उपचार नहीं किया गया, तो यह आने वाले दिनों में बड़ा खतरा बन सकता है। यहां तक कि मार्ग से आवाजाही भी बाधित हो सकती है।
श्रीनगर से बुघाणी के बीच कम से कम आधा दर्जन से अधिक भूस्खलन जोन बन चुके हैं। बरसाती नालों का पानी और झरनों से फूटे नोले सड़क पर बहने के कारण भूस्खलन की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। सड़क किनारे सही ढंग से नाली निर्माण व पानी निकासी न होने के कारण पानी का बहाव सीधे सड़क पर हो रहा है, जिससे भूधसाव की स्थिति और बिगड़ती जा रही है।
वैज्ञानिकों ने जताई चिंता
गढ़वाल विश्वविद्यालय के वरिष्ठ भूगर्भ वैज्ञानिक प्रो. महेंद्र प्रताप सिंह बिष्ट ने कहा कि पहाड़ी ढलानों पर अनियोजित विकास, अतिक्रमण और निकासी प्रबंधन की कमी भूस्खलन की बड़ी वजह है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय रहते नालों से अतिक्रमण नहीं हटाया गया और जल निकासी की व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई, तो आने वाला समय श्रीनगर के लिए बड़ी आपदा ला सकता है।
विभाग ने किया निरीक्षण
लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) के अधिशासी अभियंता किशोर कुमार ने बताया कि भूधसाव वाले हिस्से का निरीक्षण कर लिया गया है। मोटरमार्ग को लेकर इंस्टीमेंट तैयार किया जा रहा है। विभाग समय-समय पर सड़क किनारे नालियां बनाने का काम कर रहा है ताकि भूकटाव की स्थिति को रोका जा सके।
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