अठारह वर्ष बाद मिली नई रेल की सौगात
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: अंग्रेजी शासनकाल में स्थापित कोटद्वार रेलवे स्टेशन को अठारह वर्ष के लंबे
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: अंग्रेजी शासनकाल में स्थापित कोटद्वार रेलवे स्टेशन को अठारह वर्ष के लंबे इंतजार के बाद एक नई ट्रेन की सौगात मिली है। 1889-90 में स्थापित इस स्टेशन से अब तक मात्र पांच ट्रेनें ही संचालित होती थी, लेकिन अब इस स्टेशन को जनशताब्दी एक्सप्रेस के रूप में नई ट्रेन का तोहफा मिलने जा रहा है। इससे पूर्व, वर्ष 2002-03 में इस स्टेशन को गढ़वाल एक्सप्रेस का तोहफा मिला था।
उत्तर रेलवे के मुरादाबाद मंडल के अधीन कोटद्वार रेलवे स्टेशन पर सुविधाएं बढ़ाने की कवायद तो कई मर्तबा शुरू की गई, लेकिन यह कवायद सिर्फ फाइलों में ही कैद रह गई। वर्तमान में स्टेशन से नजीबाबाद के लिए तीन पैसेंजर ट्रेनों के साथ ही कोटद्वार-दिल्ली रूट पर गढ़वाल एक्सप्रेस व मसूरी एक्सप्रेस का संचालन किया जाता है। गढ़वाल एक्सप्रेस कोटद्वार से दिल्ली जाती है, जबकि मसूरी एक्सप्रेस के डिब्बे कोटद्वार-नजीबाबाद वाली पैसेंजर ट्रेन पर लग कर नजीबाबाद जाते हैं व नजीबाबाद में इन्हें देहरादून से दिल्ली जाने वाली मसूरी एक्सप्रेस के साथ जोड़ा जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान यात्रियों को नजीबाबाद स्टेशन पर दो-तीन घंटे गुजारने पड़ते हैं।
क्षेत्र की जनता पिछले लंबे समय से कोटद्वार स्टेशन से नई ट्रेनें शुरू करने की मांग कर रही है। आमजन दिल्ली रेल मार्ग के साथ ही हावड़ा, जयपुर सहित अन्य स्थानों के लिए कोटद्वार स्टेशन से रेल शुरू करने की मांग कर रही है। राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के प्रयासों से कोटद्वार क्षेत्र की जनता को कोटद्वार-दिल्ली रेल मार्ग पर जनशताब्दी एक्सप्रेस का तोहफा मिला है, जिससे आमजन में खासी खुशी है। हालांकि, क्षेत्र की जनता इस ट्रेन को पूर्वाह्न में संचालित करने की मांग कर रही है। मवाकोट निवासी राजेंद्र सिंह कहते हैं कि पर्वतीय क्षेत्रों से दिल्ली जाने वाले यात्री बस व मैक्स के जरिये दस-ग्यारह बजे तक कोटद्वार पहुंच जाते हैं। गढ़वाल एक्सप्रेस शाम करीब साढ़े तीन बजे जाती है, इस दौरान उन्हें रेलवे स्टेशन में बैठकर इंतजार करना पड़ता है। जन शताब्दी एक्सप्रेस यदि दस-ग्यारह बजे चलती है तो इसका कोटद्वार के साथ ही पहाड़ की जनता को भी फायदा मिलेगी। पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमन कोटनाला कोटद्वार के लिए नई रेल सेवा शुरू होने को क्षेत्र के लिए बड़ी सौगात बताते हैं। उनका कहना है कि रेल गढ़वाल एक्सप्रेस की तरह ही सीधी दिल्ली-कोटद्वार के मध्य संचालित हो। अन्य ट्रेन में डिब्बे लगने से आमजन को परेशानी उठानी पड़ती है। व्यापारी वर्ग भी नई ट्रेन को लेकर उत्साहित है। व्यापार मंडल के कार्यकारी अध्यक्ष महेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि इस ट्रेन के संचालन से व्यापारी वर्ग को दिल्ली से सामान लाने में काफी सुविधा मिलेगी।