Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    देशभर के मिलिट्री स्टेशनों में छाया उत्‍तराखंड का ये स्‍टेशन, वहज है बेहद खास

    Updated: Wed, 01 Oct 2025 06:19 PM (IST)

    लैंसडौन स्थित गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर ने देश रक्षा के साथ पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। मिलिट्री स्टेशन को बेस्ट क्लीन ग्र ...और पढ़ें

    Hero Image
    देशभर के मिलिट्री स्टेशनों में छाया लैंसडौन। जागरण

    अनुज खंडेलवाल, जागरण लैंसडौन। पौड़ी जिले के लैंसडौन में स्थित गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर देश रक्षा के साथ साफ-सफाई, पर्यावरण, जल संरक्षण आदि क्षेत्रों में भी अपने दायित्वों का बखूबी निर्वाहन कर रहा है। इसके बलबूते मिलिट्री स्टेशन ने राष्ट्रीय स्तर पर परचम फहराया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बेस्ट क्लीन, ग्रीन व सतत विकास प्रतियोगिता-2025 में लैंसडौन मिलिट्री स्टेशन ने देशभर के 5,000 व इससे कम आबादी वाले मिलिट्री स्टेशनों में पहला स्थान प्राप्त किया है। यह पुरस्कार सेंटर के कमांडेंट ब्रिगेडियर विनोद सिंह नेगी सात अक्टूबर को दिल्ली में होने वाले संयुक्त आर्मी कमांडर सम्मेलन में चीफ आफ आर्मी स्टाफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी के हाथों ग्रहण करेंगे।

    लैंसडौन मिलिट्री स्टेशन ने वर्ष 2024 में सेंट्रल कमांड लखनऊ के स्तर पर हुई बेस्ट क्लीन, ग्रीन व सतत विकास प्रतियोगता में भी प्रथम स्थान पाया था। इसी आधार पर स्टेशन का चयन राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए हुआ। इसमें शामिल मिलिट्री स्टेशनों ने दो सितंबर को आर्मी हेडक्वार्टर दिल्ली में प्रस्तुतीकरण दिया।

    लैंसडौन से डिप्टी कमांडेंट कर्नल कुलदीप सिरोही ने प्रस्तुतीकरण दिया। इसके बाद 15 सितंबर को आर्मी हेड क्वार्टर की एक टीम लैंसडौन पहुंची और तीन दिन तक निरीक्षण किया। मंगलवार को लैंसडौन के प्रथम स्थान पाने की सूचना मिली।

    इंदिरा गांधी पर्यावरण पुरस्कार भी मिल चुका

    गढ़वाल राइफल्स रेजिमटलें सेंटर स्वच्छता के क्षेत्र में वर्षों से अनुकरणीय कार्य कर रहा है। इसके लिए वर्ष 2008 में सेंटर को इंदिरा गांधी पर्यावरण पुरस्कार मिल चुका है।

    ऐसे पाया मुकाम

    • हरियाली संरक्षण: मिलिट्री स्टेशन और उसके आसपास रोपे गए 5,000 से अधिक पौधों की लगातार निगरानी हो रही है। राज्य वृक्ष बुरांश के संरक्षण को वाटिका स्थापित की गई है।
    • जल संरक्षण: तीन चेक डैम की मदद से जल संरक्षण किया जा रहा है। चेक डैम का विस्तारीकरण व नवीनीकरण किया जा रहा है। सूख चुके जलस्रोतों को पुनर्जीवित किया गया है।
    • ऊर्जा संरक्षण: समूचे क्षेत्र में एलईडी व सोलर लाइट के साथ ही प्रीपेड मीटर लगाए गए हैं।
    • कूड़ा प्रबंधन: चाल-खाल का निर्माण, जैविक-अजैविक कूड़े को अलग-अलग एकत्र करने के साथ कूड को रिसाइकिल किया जा रहा है।
    • पर्यटन: दो झीलों का निर्माण किया, जहां नौकायन की सुविधा है। मचान व अन्य निर्माण भी पर्यटकों को लुभा रहे हैं।
    • रोजगार: झीलों में मत्स्य पालन योजना का संचालन।

    तीन वर्गों में हुई प्रतियोगिता

    रेजिमटलें सेंटर के लेफ्टिनेंट कर्नल विजय तोमर ने बताया कि प्रतियोगिता तीन वर्गों 10 हजार से अधिक, पांच से 10 हजार और 5,000 व इससे कम आबादी वाले स्टेशनों के बीच हुई।

    यह पुरस्कार नगर की जनता के सहयोग, सफाई कर्मियों कीमेहनत के साथ रेजिमटलें सेंटर के हर सैनिक के अमूल्य योगदान का प्रतिफल है। हमें भविष्य में भी लैंसडौन को अग्रणी बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास करने होंगे। - ब्रिगेडियर विनोद सिंह नेगी, कमांडेंट, गढ़वाल राइफल्‍स रेजिमेंटल सेंटर, लैंसडौन