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    Positive India: सेवा खत्म होने पर भी फर्ज से नहीं मोड़ा मुंह, बच्चों से बोले-कोरोना को हराकर लौटूंगा

    By Raksha PanthariEdited By:
    Updated: Mon, 13 Apr 2020 02:30 PM (IST)

    सेवा के जज्बे ने प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) के ब्लॉक कमांडर सुखदेव प्रसाद धस्माना को घर की चाहरदीवारी में कैद नहीं रहने दिया।

    Positive India: सेवा खत्म होने पर भी फर्ज से नहीं मोड़ा मुंह, बच्चों से बोले-कोरोना को हराकर लौटूंगा

     लैंसडौन, अनुज खंडेलवाल। फरवरी में सेवा समाप्त हो गई थी, लेकिन समाज सेवा के जज्बे ने प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) के ब्लॉक कमांडर सुखदेव प्रसाद धस्माना को घर की चाहरदीवारी में कैद नहीं रहने दिया। यह जानते हुए भी कि मानदेय नहीं मिलना है, फिर भी वह तन्मयता के साथ अपना कर्तव्य निभाने सड़क पर उतर पड़े। आय का कोई जरिया न होने के कारण एक ओर सुखदेव के घर में उधारी का राशन आ रहा है, वहीं, दूसरी ओर वह कोरोना योद्धा के रूप में लोगों को संक्रमण से बचाने में जुटे हुए हैं।

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    पौड़ी जिले के अंतर्गत जयहरीखाल ब्लॉक के ग्राम तोली निवासी 58-वर्षीय सुखदेव प्रसाद धस्माना पीआरडी में जयहरीखाल ब्लॉक के कमांडर पद पर तैनात हैं। प्रदेश सरकार ने बीती फरवरी में पीआरडी जवानों को उनकी सेवाओं से मुक्त कर दिया था। ऐसे में अन्य जवानों की तरह सुखदेव भी घर बैठने को मजबूर हो गए। इस बीच मार्च में जैसे ही सुखदेव को पता चला कि प्रदेश भी कोरोना महामारी के चपेट में आ गया है, बिना विलंब के ड्यूटी पर लौट आए।

    बकौल सुखदेव, 'मुझे ड्यूटी के एवज में भले ही मानदेय नहीं मिलना, लेकिन समाज और राष्ट्र तो मेरा ही है। दुख की घड़ी में इसके प्रति मेरी भी तो कुछ जिम्मेदारी बनती है।' सुखदेव के बच्चों ने उन्हें घर वापस भी बुलाया, लेकिन उन्होंने कोरोना महामारी के खात्मे तक घर वापसी से साफ इन्कार कर दिया।

    यह है पारिवारिक स्थिति

    ग्राम तोली निवासी सुखदेव प्रसाद की छह बेटियां और एक बेटा है। चार बेटियों की वे शादी कर चुके हैं, जबकि बेटा हरिद्वार में पढ़ाई कर रहा है। आर्थिक रूप से कमजोर सुखदेव इन दिनों जयहरीखाल में किराये के कमरे में रह कर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। बड़ी बात यह कि किराये की व्यवस्था भी वो जैसे-तैसे कर पाते हैं।

    पुलिस की आंख बनेंगे सेवानिवृत्त पुलिस कर्मी

    कोरोना संक्रमण को लेकर लगाए गए लॉकडाउन में लोगों को शारीरिक दूरी का उल्लंघन करने वालों पर नजर रखने के लिए सेवानिवृत्त पुलिस कर्मी कोटद्वार पुलिस की आंख बनेंगे। सेवानिवृत्त पुलिस कर्मी खाद्य सामग्री की कालाबाजारी के साथ ही लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों की सूचना पुलिस अधिकारियों को देंगे। रविवार को एएसपी प्रदीप राय ने सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों से कहा कि लॉक डाउन के नियमों का पालन करवाने के लिए पुलिस टीम पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रही हैं, बावजूद इसके भी कुछ लोग नियमों का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे। ऐसे लोगों पर नजर रखने के लिए सेवानिवृत्त पुलिस कर्मी पुलिस का सहयोग कर सकते हैं। उन्होंने सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों से लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों की सूचना पुलिस को देंगे।

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    कोरोना को हराकर ही लौटूंगा घर

    सुखदेव नियमित रूप से लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों को कोरोना संक्रमण के खतरों की जानकारी देते हैं और उनसे घरों में ही रहने की अपील करते हैं। बताते हैं कि आर्थिक तंगी के चलते उन्होंने परिचित दुकानदार से उधार में राशन लेकर घर में रख दिया है। साथ ही बच्चों से भी कहा है कि कोरोना महामारी को हराकर ही घर लौटेंगे। बस! वो तब तक अपना ख्याल रखें।

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