Coronavirus: 250 लोग किए होम क्वारंटाइन, स्वास्थ्य महकमा बता रहा 45
पौड़ी में में प्रशासन व स्वास्थ्य महकमे के मध्य आपसी तालमेल का भारी अभाव है। नतीजा प्रशासन की ओर से होम क्वारंटाइन किए गए लोगों की जानकारी स्वास्थ्य महकमे को नहीं मिल पा रही है।
कोटद्वार, जेएनएन। जनपद पौड़ी का कोटद्वार क्षेत्र भले ही अभी कोरोना मुक्त हो, लेकिन प्रशासनिक तालमेल का अभाव कब क्षेत्र में कोरोना को न्योता दे दे, कहा नहीं जा सकता। दरअसल, क्षेत्र में प्रशासन व स्वास्थ्य महकमे के मध्य आपसी तालमेल का भारी अभाव है। नतीजा, प्रशासन की ओर से होम क्वारंटाइन किए गए लोगों की जानकारी स्वास्थ्य महकमे को नहीं मिल पा रही है। इस कारण स्वास्थ्य महकमा इन लोगों की स्क्रीनिंग नहीं कर पा रहा है।
कोरोना संक्रमण को लेकर सरकारी सिस्टम किस कदर चौकस है, कोटद्वार में इसका प्रमाण देखने को मिला। कोटद्वार उत्तर प्रदेश की सीमा से सटा हुआ है, इस कारण कोरोना संक्रमण को लेकर पूरा क्षेत्र काफी संवेदनशील है। कोटद्वार क्षेत्र में कोरोना संक्रमण न फैले, इसके लिए शासन ने उत्तर प्रदेश से सटी सीमाओं को सील किया हुआ है।
हैरानी की बात यह है कि सीमाएं सील होने के बावजूद कोटद्वार क्षेत्र में प्रतिदिन दो-ढाई सौ लोग बाहरी क्षेत्रों से कोटद्वार प्रवेश कर रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि इन लोगों को फैसिलिटी क्वारंटाइन सेंटर भेजने के बजाय घर जाने दिया जा रहा है। इनमें से भी चंद लोगों के हाथ पर होम क्वारंटाइन की मोहर लगाई जा रही है।
होम क्वारेंटाइन किए गए लोगों के संबंध में जब स्वास्थ्य विभाग से जानकारी चाही गई तो पता चला कि स्वास्थ्य महकमे की ओर से कोटद्वार व आसपास के क्षेत्रों में 45 लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है। महकमे का दावा है कि इन लोगों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है।
वहीं, जब होम क्वारंटाइन के संबंध में तहसील प्रशासन से पूछा गया तो पता चला कि 250 लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है। हैरानी की बात यह है कि इन 250 लोगों के संबंध में स्वास्थ्य महकमे के पास कोई जानकारी नहीं है, नतीजा इन लोगों की कोई जांच नहीं हो रही। स्पष्ट है कि प्रशासन व स्वास्थ्य महकमे के मध्य आपसी तालमेल की भारी कमी क्षेत्र में कोरोना को न्योता दे रही है।
आपसी तालमेल की कमी से बनी ऐसी स्थिति
पौड़ी के जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल के मुताबिक, स्थानीय प्रशासन व स्वास्थ्य महकमे के आपसी तालमेल की कमी के कारण ऐसी स्थिति पैदा हो रही है। दोनों विभागों को आपसी सामंजस्य स्थापित कर तमाम जानकारियां एक-दूसरे से साझा करने के लिए निर्देशित गया है।
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नहीं मिल रही स्पष्ट जानकारी
स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी शैलेंद्र बड़थ्वाल के अनुसार, तहसील प्रशासन से होम क्वारंटाइन के संबंध में स्पष्ट जानकारी नहीं दी जा रही, जिससे उनकी स्वास्थ्य जांच नहीं हो पा रही है। कई मर्तबा तहसील प्रशासन को होम क्वारंटाइन किए जा रहे लोगों की पूर्ण जानकारी देने को कहा गया।
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