उत्तराखंड में नसबंदी कराने में पुरुष से कई गुना आगे हैं महिलाएं
राज्य में नसबंदी के चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। राज्य बनने के अब तक नसबंदी कराने में पुरुष, महिलाओं से कहीं पीछे हैं।
हल्द्वानी, जेएनएन : राज्य में नसबंदी के चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। राज्य बनने के अब तक नसबंदी कराने में पुरुष, महिलाओं से कहीं पीछे हैं। सरकारी आंकड़ों के आधार पर 18 वर्ष में 6.2 फीसद पुरुषों ने ही नसबंदी कराई, जबकि 93.8 महिलाओं ने नसबंदी कराई। राष्ट्रीय कार्यक्रम की अपर निदेशक सरोज नैथानी ने यह जानकारी आरटीआइ कार्यकर्ता हेमंत गौनिया के जवाब में दिया है।
यह है नसबंदी का आंकड़ा
महिला - 479513
पुरुष- 29801
नसबंदी के लिए मिलता है पैसा
वर्तमान में नसबंदी कराने के लिए पुरुषों को दो हजार रुपये मिलते हैं, जबकि महिला को 1400 रुपये प्रोत्साहन के लिए दिए जाते हैं। यहां तक आशा कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करने के लिए भी धनराशि निर्धारित है। पुरुषों को प्रोत्साहित करने के लिए 300 रुपये और महिला के लिए 200 रुपये तय हैं।
दूसरी डिलेवरी के समय ही महिलाएं करा ले रही हैं नसबंदी
डॉ. प्रेक्षा पांडे, स्त्री रोग विशेषज्ञ ने बताया कि इस तरह के आंकड़े के सामने आने के दो कारण हैं। पहला कि अब सिजेरियन के बाद दूसरी डिलीवरी के समय ही महिलाएं नसबंदी कर देती हैं। इसके अलावा पुरुषों में गलत धारणा है कि नसबंदी होने पर उनमें नपुंसकता का खतरा रहेगा। ऐसी धारणा ग्रामीणों के अलावा पढ़े-लिखे लोगों में भी है। जबकि, ऐसा नहीं होता है।
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