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अल्मोड़ा परिसर में हुए बवाल को लेकर कुलपति ने बनाई जांच कमेटी nainital news

कुलपति ने अल्मोड़ा परिसर में घटित घटना को दुर्भाग्यपूर्ण व पीड़ादायक करार देते हुए कहा कि शिक्षक व छात्रों का रिश्ता परिवार का है। उन्होंने जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बनाई है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sun, 17 Nov 2019 08:19 PM (IST)Updated: Sun, 17 Nov 2019 08:19 PM (IST)
अल्मोड़ा परिसर में हुए बवाल को लेकर कुलपति ने बनाई जांच कमेटी nainital news

नैनीताल, जेएनएन : अल्मोड़ा परिसर में छात्रों व परिसर प्रशासन के बीच टकराव को खत्म करने के  लिए कुलपति ने पहल की है। कुलपति ने अल्मोड़ा परिसर में घटित घटना को दुर्भाग्यपूर्ण व पीड़ादायक करार देते हुए कहा कि शिक्षक व छात्रों का रिश्ता परिवार का है। उन्होंने प्रकरण की जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।

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कुलपति प्रो. केएस राणा के अनुसार परिसर की समस्याओं के समाधान के लिए शिक्षक व छात्रसंघ पदाधिकारियों के साथ बैठक में निर्देश दिए गए थे। परिसर की मांग पर दो लाख की धनराशि अग्रिम वित्त विभाग से स्वीकृत कर दी थी। उन्होंने कहा कि बेहतर होता कि मतभेदों को मिल बैठकर हल किया जाता। ऐसे मौके पर संयम से काम नहीं लेने की वजह से स्थिति बिगड़ी। विवि के जनसंपर्क अधिकारी डॉ महेेंद्र राणा ने बताया कि कुलपति ने प्रकरण की जांच के लिए पांच सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है। जिसमें कुमाऊं विवि कार्यपरिषद सदस्य केवल सती संयोजक, विधि विभाग के प्रो. डीके भट्ट, डीएसबी परिसर समाजशास्त्र विभाग के प्रो. भगवान सिंह बिष्ट, डीन साइंस प्रो एसपीएस मेहता तथा अल्मोड़ा परिसर के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अशोक कनवाल को सदस्य बनाया गया है।

परिसर व पुलिस प्रशासन का पुतला फूंका

अल्मोड़ा छात्रसंघ अध्यक्ष दीपक उप्रेती की गिरफ्तारी से विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ता भड़क उठे हैं। उन्होंने परिसर प्रशासन का पुतला दहन कर गिरफ्तारी के प्रति आक्रोश प्रकट किया। आरोप लगाया कि सुनियोजित साजिश के तहत छात्रसंघ अध्यक्ष को जेल भेजा गया जबकि परिसर प्रशासन मांगों को पूरा करने में असफल रहा तो तब आंदोलन किया गया। रविवार को छात्रसंघ अध्यक्ष मोहित रौतेला के नेतृत्व में कार्यकर्ता मल्लीताल पंत पार्क पर जमा हुए और परिसर व पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि छात्रसंघ अध्यक्ष दीपक उप्रेती ने आहत होकर आत्मदाह करने का प्रयास किया और अपने ऊपर पेट्रोल उड़ेला तो छींटे परिसर निदेशक व अन्य शिक्षकों पर गिर गए। मगर छात्रसंघ अध्यक्ष पर झूठे आरोप लगाए गए। चेताया कि यदि जल्द छात्रसंघ अध्यक्ष को रिहा नहीं किया गया तो विवि व परिसर में बेमियादी तालाबंदी कर उग्र आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर छात्रसंघ अध्यक्ष विशाल वर्मा, हिमांशु भट्ट, यशवंंत बिष्टï, धीरज कुमार, अभिषेक पाण्डे, सुमित बिष्टï, तन्मय भंडारी, हर्षित, बृजमोहन, तरुण राय आदि थे।


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