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Uttarakhand Weather Update : तवाघाट-लिपुलेख मार्ग पद दरका पहाड़, तीन दर्जन से अधिक वाहन उच्च हिमालय में फंसे

Tawaghat Lipulekh road closed बुधवार की रात को सीमांत जिले भर में बारिश हुई । धारचूला तहसील में सबसे अधिक बारिश हुई । तवाघाट -लिपुलेख मार्ग में मलघाट के पास सुबह साढ़े नौ बजे अचानक पहाड़ दरका और भारी मलबा आने से मार्ग बंद हो गया है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Thu, 14 Jul 2022 08:49 PM (IST)Updated: Thu, 14 Jul 2022 08:49 PM (IST)
Uttarakhand Weather Update : तवाघाट-लिपुलेख मार्ग पद दरका पहाड़, तीन दर्जन से अधिक वाहन उच्च हिमालय में फंसे
Uttarakhand Weather Update : तवाघाट-लिपुलेख मार्ग पद दरका पहाड़, तीन दर्जन से अधिक वाहन उच्च हिमालय में फंसे

जेएनएन, पिथौरागढ़ : Tawaghat Lipulekh road closed : बुधवार की रात को सीमांत जिले भर में बारिश हुई । धारचूला तहसील में सबसे अधिक बारिश हुई । तवाघाट -लिपुलेख मार्ग में मलघाट के पास सुबह साढ़े नौ बजे अचानक पहाड़ दरका और भारी मलबा आने से मार्ग बंद हो गया है। तीन दर्जन से अधिक वाहन उच्च हिमालय में फंसे हैं। चट्टान दरकने के दौरान सड़क पर वाहन नहीं होने से बड़ा हादसा टल गया है। पहाड़ की तरफ से लगातार पत्थर गिर रहे हैं। सवारियां ट्रांसमेनशिप के जरिए आवाजाही कर रही हैं।

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रात की भारी बारिश से टनकपुर -तवाघाट मार्ग धारचूला और बलुवाकोट के बीच नया बस्ती के पास मलबा आने से लगभग दो घंटे बंद रहा। थल -मुनस्यारी मार्ग पर नाचनी के नया बस्ती में लगातार मलबा गिर रहा है। घंटों यातायात ठप रहा । मलबा हटाने के बाद वाहन पास किए जा रहे हैं। जिसके चलते दोनों तरफ वाहनों की कतार लग रही है।

चीन सीमा को जोडऩे वाला मुनस्यारी -मिलम मार्ग धापा के पास मलबा आने से दूसरे दिन भी बंद रहा। मार्ग बद होने से चीन सीमा का सम्पर्क भंग है। उच्च हिमालयी तेरह गांवों सहित 22 गांवों का सम्पर्क कटा हुआ है। थल -मुनस्यारी मार्ग में गिनी बैंड के पास सड़क में एक ट्रक के फंसने से मुनस्यारी से आने वाले वाहन गिनी बैंड में फंसे हैं। जिले भर में सोलह ग्रामीण सड़कें बंद हैं। ग्रामीणों को सबसे अधिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

बुधवार रात धारचूला में सर्वाधिक 105.80 एमएम बारिश हुई। पिथौरागढ़ में 25.20एमएम, गंगोलीहाट में 10 एमएम,बेरीनाग में 16.20 एमएम , डीडीहाट में 20.70 एमएम, मुनस्यारी में 27 एमएम बारिश हुई। धारचूला में काली नदी 889.50 मीटर पर बह रही है यहां पर खतरे का निशान 890 मीटर है।

द्वालीगाड़ में बनी कठपुलिया, बच्चों की आवाजाही अभी खतरे में

बीते दिनों थल -मुनस्यारी मार्ग पर द्वाली गाड़ में मोटर पुल बह गया था। नाला पार करने के लिए नाले में पत्थर डाल कर वैकल्पिक व्यवस्था की गई थी। राइंका बिर्थी में पढऩे वाले बला, झेकला, मगर के सैकड़ों बच्चे एक दूसरे का हाथ पकड़ कर नाला पार कर रहे थे। जिससे खतरा बना था। इस स्थान पर एक कच्चा कठ पुल बना दिया गया है परंतु छोटे बच्चों को पुल बनने के बाद भी अभिभावकों द्वारा पुल पार कराया जा रहा है। पुल पर चलने के दौरान हल्की असावधानी पर खतरनाक साबित हो सकती है।

भारी बारिश से मकान ध्वस्त

बुधवार की रात्रि की भारी बारिश से गुरु वार सुबह थल के डनोला गांव में गणेश कुमार का एक मंजिला मकान ध्वस्त हो गया। इस दौरान परिवार के किसी सदस्य के घर के अंदर नहीं होने से हादसा टला परंतु घर में रखा सामान मलबे में दब गया है। समाज सेवी सुनील सत्याल ने इसकी सूचना राजस्व विभाग को दी। सूचना मिलने पर कानून गो शंकर लाल वर्मा, राजस्व उप निरीक्षक सुरेंद्र सिंह बिष्ट ने मौका मुआइना कर सूचना तहसील प्रशासन को दे दी है।


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