उत्तराखंड आने वाले सैलानी एक्सप्लोर कर सकेंगे नए टूरिस्ट प्लेस, 62 डेस्टिनेशन डेवलप कर रही सरकार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड में प्रकृति, संस्कृति और विकास का संतुलन बनाए रखना महत्वपूर्ण है। सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 62 नए डेस्टिनेशन विकसित कर रही है, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने चिपको आंदोलन को पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक बताया और युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने की बात कही। रामनगर में विकास कार्यों की घोषणाएं भी की गईं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी। फाइल फोटो
जासं, रामनगर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पर्यावरण व प्रकृति संरक्षण हमारे संस्कारों में है। प्रकृति, संस्कृति व विकास का संतुलन उत्तराखंड की पहचान है। इसलिए आज का यह जन वन महोत्सव हमारी जनता व जंगलों के बीच अटूट रिश्ते का उत्सव है। यह सीखाता है कि विकास तभी सार्थक है, जब हम प्रकृति के साथ तालमेल बैठाएं। पारिस्थतिकीय व आर्थिकी दोनों का सामंजस्य जरूरी है। सरकार स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ने के लिए राज्य में पर्यटन के लिए 62 नये डेस्टिनेशन ढूंढ रही है। उस पर काम चल रहा है।
इसके अलावा रोजगार के लिए सरकार लकड़ी आधारित उद्योग नीति भी लाने वाली है। भौतिक विकास व पर्यावरण के बीच संतुलन हर हाल में बना रहे। मुख्यमंत्री गुवार को वन विभाग की ओर से नगर वन में आयोजित जन वन महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने लोगों को प्रकृति, पर्यावरण व वन्य जीवों के साथ जोड़ते हुए चमाेली में वर्ष 1973 में पेड़ों को बचाने के लिए चिपको आंदोलन का जिक्र कर उसे पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक बताया। इन 25 वर्षों में उत्तराखंड ने प्रकृति, संस्कृति व विकास का संतुलन बनाए रखते हुए कई उपलब्धियां हासिल की।
हरियाली, जैव विविधता, वन्य जीव प्रदेश की पहचान है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार इकालोजी, इकोनामी व टेक्नाेलोजी के संतुलन पर कार्य कर रही है। वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि राज्य सरकार वन एवं वन्य जीव संरक्षण के साथ स्थानीय आजीविका बढ़ाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि वन विभाग के प्रयासों से प्रदेश में वन्य जीवों की संख्या में निरंतर वृद्धि हुई है। प्रमुख सचिव वन आरके सुधांशु ने भी वन संरक्षण, मानव–वन्य जीव संघर्ष की रोकथाम और संरक्षण योजनाओं की जानकारी दी। विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने भी मुख्यमंत्री के समक्ष रामनगर की कई मांगें रखी।
युवाओं के रोजगार पर भी की बात
रामनगर: मुख्यमंत्री ने युवाओं के रोजगार पर भी बात की। कहा कि ईको टूरिज्म माडल से आगे भी युवाओं को रोजगार के लिए प्रयास चल रहे हैं। नेचर गाइड, ड्रोन पायलट, वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर, वाइल्डलाइफ टूरिज्म आधारित कौशल को उद्यम के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिससे युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है। रामनगर में पर्यटन जोन खोलकर रोजगार दिया गया है। जिससे सैकड़ों लोगों को रोजगार मिला है।
कुमाऊं के वन प्रभागों ने लगाए अपने स्टाल
रामनगर: जन वन महोत्सव में विद्यालयों के बच्चों को भी प्रकृति व पर्यावरण से जोड़ा गया।स्कूली बच्चों के लिए चित्रकला का आयोजन किया। जिसमें बच्चों ने प्रकृति, वन्य जीव एवं पर्यावरण संरक्षण संबंधित चित्र बनाए। मुख्यमंत्री ने बच्चों की पेटिंग का अवलोकन किया। इसके अलावा अल्मोड़ा, रानीखेत, चंपावत, हल्द्वानी, रामनगर, नैनीताल,कार्बेट आदि वन प्रभागों की ओर से लगाए गए रेस्क्यू उपकरण, विभागीय कार्यों की जानकारी देते हुए स्टालों का भी मुख्यमंत्री ने निरीक्षण किया।
रामनगर के लिए मुख्यमंत्री ने की घोषणाएं
रामनगर: मुख्यमंत्री ने रामनगर में लाइट एंड साउंड शो का निर्माण शुरू कराया जाएगा। इसके अलावा कहा कि ग्राम लेटी, चोपड़ा में पानी, बिजली, शिक्षा, सड़क और स्वास्थ्य की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। ग्राम भलौन में सिंचाई और पेयजल ट्यूबवेल की स्थापना के साथ तुमड़िया रोड को मालधन से जोड़ा जाएगा। महिला जिप्सी चालकों के विशेष प्रशिक्षण के बाद शेष पंजीकरण पूर्ण किए जाएंगे। नगर वन में लाइट एंड साउंड शो शीघ्र प्रारंभ किया जाएगा। रामनगर में सामुदायिक सोवेनियर शाप का निर्माण कर स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन दिया जाएगा।
कार्यक्रम में यह रहे मौजूद
कार्यक्रम में विधायक दीवान सिंह बिष्ट, प्रमुख वन संरक्षक डा. समीर सिन्हा, मुख्य वन संरक्षक डा. तेजस्विनी पाटिल, पालिकाध्यक्ष मो. अकरम, ब्लाक प्रमुख मंजू नेगी, डीएम ललित मोहन रयाल, एसएसपी डा. मंजूनाथ टीसी, सीटीआर निदेशक डा. साकेत बडोला, डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्या, एसडीओ अमित ग्वासाकोटी, कार्यक्रम के संयोजक राकेश नैनवाल, डीएफओ ध्रुव सिंह मर्तोलिया, संजय डोर्बी, गणेश रावत, भगीरथ लाल चौधरी, जगमोहन बिष्ट, हेमंत बिष्ट, भूपेंद्र खाती मौजूद रहे।

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