Lockdown: राशन की दुकानें तीसरे दिन खोलने के विरोध में अनोखा धरना, रामनगर का मामला
शराब की दुकान प्रतिदिन और आवश्यक वस्तुओं की दुकान एक दिन छोड़कर खोलने के दोहरे नियम से कई संगटन नाराज हैं। गुरुवार को रामनगर में लोगों ने इसके विरोध में धरना दिया।
रामनगर, जेएनएन : शराब की दुकान प्रतिदिन और आवश्यक वस्तुओं की दुकान एक दिन छोड़कर खोलने के दोहरे नियम से कई संघटन नाराज हैं। कुमाऊं के नैनीताल जिले के रामनगर में गुरुवार को लोगों ने प्रशासन के विरोध में तहसील परिसर में धूप में बैठकर मौन रहकर धरना दिया। खास बात यह रही कि इस दौरान प्रदर्शनकारी फिजिकल डिस्टेंस का पालन करते हुए एक-दूसरे से दूर बैठे रहे।
दोहरी नीति नहीं होगी बर्दास्त
समाजवादी लोक मंच, महिला एकता मंच, इंकलाबी मजदूर केंद्र, देवभूमि विकास केंद्र से जुड़े लोगों ने संयुक्त रूप से धरने पर बैठ कर कहा कि शासन प्रशासन ने आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को एक दिन खुलने की और एक दिन बंद करने की अनुमति दी है। जबकि शराब की दुकान प्रतिदिन खुल रही हैं। यह अव्यहारिक निर्णय है। धरने पर बैठे उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के प्रभात ध्यानी ने कहा कि शासन-प्रशासन दोहरी नीति से काम कर रहा है। जबकि केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन में आवश्यक वस्तुओं को प्रतिदिन खुलने की श्रेणी में रखा गया है। उन्होंने कहा कि आज उपभोक्ताओं के लिए दूध-चावल से ज्यादा शराब महत्वपूर्ण हो गई है। इस कारण शराब की दुकानों को खोलने पर जोर दिया जा रहा है। ध्यानी ने कहा नियम सभी के लिए एक समान हों। धरने में मुनीष कुमार, महेंद्र सिंह सेठी, मनमोहन अग्रवाल, महेंद्र मेहता, सरस्वती जोशी, किरण आर्य, ललिता रावत, केसर राणा मौजूद रहे।
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