स्कूल प्रबंधन ने मैसेज कर फीस मांगी, पेरेंट्स का रिप्लाई- डेढ़ माह से घर बैठा हूं; फीस नहीं दे सकता
प्राइवेट स्कूल संचालक अभिभावकों को फीस के लिए मैसेज भेजने लगे हैं। लॉकडाउन की वजह से बेरोजगार अभिभावक इससे चिंता में आ गए हैं।
हल्द्वानी, जेएनएन : लॉकडाउन की वजह से स्कूल व शिक्षण संस्थान बंद हैं। स्टेशनरी की दुकानें खुलने लगी हैं। अभिभावकों ने पाठ्य-पुस्तकों की खरीदारी शुरू कर दी है। अभी तक धैर्य दिखा रहे प्राइवेट स्कूल संचालक अभिभावकों को फीस के लिए मैसेज भेजने लगे हैं। विद्यालय प्रबंधन ने अपनी प्रतिबद्धता और जिम्मेदारियों का बेहतर निर्वहन के लिए फीस को जरूरी बताया है। विद्यालय प्रबंधन के फीस मांगने पर हल्द्वानी के एक अभिभावक ने रिप्लाई किया है कि लॉकडाउन की वजह से उनका रोजगार छूट गया। डेढ़ माह से घर में बैठे हैं, लिहाजा वह फीस भरने से असमर्थ हैं। बच्चे का पिता शहर के एक रेस्टोरेंट में काम करता है, लेकिन लॉकडाउन में रेस्टोरेंट बंद होने से वह अपने परिवार समेत गांव लौट गया।
फीस लेने के लिए खुलेंगे स्कूल
स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों को भेजे टेक्स्ट और व्हाट्सएप मैसेज में अभिभावकों से आग्रह करते हुए लिखा है कि फीस जमा करने के लिए विद्यालय ऑफिस को खोला जा रहा है। आधे दिन तक स्कूलों को खोला जा रहा है। शहर के एक विद्यालय ने सोमवार से स्कूल ऑफिस खोलने की बात अभिभावकों को भेजे मैसेज में खिली है।
स्कूलों के मैसेज से अभिभावक सहमे
प्राइवेट स्कूलों की तरफ से फीस के लिए मैसेज आने से अभिभावक सहमे हुए हैं। अभिभावक संघर्ष समति के संयोजक पंडित मदन मोहन जोशी का कहना है कि भले स्कूल अभी फीस जमा करने का आग्रह कर रहे हों, धीरे-धीरे दबाव बनाने लगेंगे। स्कूलों को दो माह की फीस माफ करनी चाहिए। सरकार व प्रशासन इस पर सख्ती से फैसला ले।
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