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    मिलिए उत्तराखंड की जुड़वां SDM बहनों युक्ता मिश्र और मुक्ता मिश्र से, देशभर की बेटियों के लिए हैं मिसाल

    By Skand ShuklaEdited By:
    Updated: Sun, 07 Aug 2022 02:47 PM (IST)

    उत्तराखंड की जुड़वां एसडीएम बहनें युक्ता मिश्र (Yukta Mishra) और मुक्ता मिश्र (Mukta Mishra) देशभर की बेटियों के लिए मिसाल हैं। 2014 में एक साथ उत्तराखंड पीसीएस (Uttarakhand PCS) में महिला वर्ग में पहला और दूसरा स्थान लाकर अचानक से पूरे देश में छा गई थीं।

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    उत्तराखंड की जुड़वां SDM बहनें युक्ता मिश्र (Yukta Mishra) और मुक्ता मिश्र (Mukta Mishra)!

    हल्द्वानी, स्कंद शुक्ल : उत्तराखंड की जुड़वां बहनें युक्ता मिश्र (Yukta Mishra) और मुक्ता मिश्र (Mukta Mishra) देशभर की बेटियों के लिए मिसाल हैं। एक-दो मिनट के अंतराल पर साथ जन्म लीं, साथ पढ़ीं, एक साथ दो विभागों में अच्छे पदों पर रहीं और फिर एक साथ ही उत्तराखंड पीसीसी (Uttarakhand PCS) में शानदार रैंक हासिल कर एसडीएम बनीं। वर्तमान में युक्ता मिश्र डोईवाला की एसडीएम (SDM) हैं तो मुक्ता मिश्र कोटद्वार की।

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    युक्ता और मुक्ता ने Uttarakhand PCS क‍िया था टॉप 

    SDM Sisters Yukta Mishra and Mukta Mishra : 2014 में जब उत्तराखंड पीसीएस के परिणाम घोषित हुए तो सर्वाधिक चर्चा में आईं जुड़वां बहनें युक्ता मिश्र और मुक्ता मिश्र। तब हल्द्वानी आरटीओ ऑफिस में युक्ता बतौर परिवहन कर अधिकारी नियुक्त थीं। महिला वर्ग में मुक्ता ने प्रदेश में प्रथम और युक्ता ने दूसरा स्थान हासिल किया था। ओवरआल युक्ता मिश्रा ने पीसीएस में सातवीं और मुक्ता ने चौथी रैंक हासिल कर इतिहास रच दिया था।

    चमोली की रहने वाली हैं जुड़वां बहने Yukta और Mukta

    चमोली निवासी मां हेमा मिश्र और पिता केडी मिश्रा की बेटियां युक्ता मिश्र और मुक्ता मिश्र की पढ़ाई गोपेश्वर, बरेली और सहारनपुर में हुई। अपने लक्ष्य को लेकर युक्ता और मुक्ता पहले से ही अडिग रही हैं। बरेली कॉलेज से ग्रेजुएशन के दौरान दोनों ने पोस्टल असिस्टेंट पद के लिए परीक्षा दी। सफल रहीं तो दोनों अल्मोड़ा के डाकघर में सेवाएं देने लगीं। साथ ही अल्मोड़ा के सोबन सिंह जीना कैंपस में प्राइवेट स्टूडेंट के तौर पर एडमिशन लेकर आगे की पढ़ाई करती रहीं।

    पढ़ाई में एक-दूसरे को सपोर्ट करती रही हैं युक्ता और मुक्ता

    युक्ता और मुक्ता दोनों बहनें (SDM Sisters) पढ़ाई में एक-दूसरे को सपोर्ट करती थीं। उनके माता-पिता, छोटे और बड़े भाइयों ने पढ़ाई में काफी सहयोग किया था। दोनों बहनें अपनी सफलता का श्रेय अपनी गाइड करुणा मिश्रा जोशी को देती हैं। युक्ता और मुक्ता मिश्र की गिनती पहाड़ की काबिल महिला अफसरों में होती है, दोनों पहाड़ की बेटियों के लिए रोल मॉडल हैं। होनहार युक्ता और मुक्ता मिश्र अपना काम ईमानदारी से करने के साथ ही सामाजिक गतिविधियों में भी उल्लेखनीय योगदान दे रही हैं।

    रुद्रप्रयाग में SDM रहते गरीब बच्चों को कोचिंग भी दी

    रुद्रप्रयाग में एसडीएम सदर के पद पर तैनात रहते मुक्ता मिश्र गरीब युवाओं के लिए उम्मीद की किरण भी बनीं। प्रशासनिक व्यस्तताओं के बावजूद मुक्ता समय निकालकर युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की फ्री कोचिंग दीं, साथ ही प्रतिष्ठित विद्यालयों की प्रवेश परीक्षा के लिए भी तैयार किया। 2018 में उन्होंने नियमित राजकीय इंटर कॉलेज रुद्रप्रयाग में सुबह आठ से दस बजे तक नियमित कोचिंग कक्षाएं संचालित कीं।

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