मुनस्यारी जाने वाले उत्तर प्रदेश के पर्यटकों ने कार में बिताए 18 घंटे, बिस्कुट खाकर काटी रात
हिमालय का सौंदर्य निहारने बड़ी उम्मीदों के साथ हिमनगरी पहुंचे यूपी के पर्यटकों को अव्यवस्थाओं की मार झेलनी पड़ी। कड़ाके की ठंड में 18 घंटे खुली सड़क पर बिताने पड़े।
मुनस्यारी (पिथौरागढ़) जेएनएन : हिमालय का सौंदर्य निहारने बड़ी उम्मीदों के साथ हिमनगरी पहुंचे यूपी के पर्यटकों को अव्यवस्थाओं की मार झेलनी पड़ी। कड़ाके की ठंड में 18 घंटे खुली सड़क पर बिताने पड़े। जैसे-तैसे मुनस्यारी पहुंचे पर्यटक कुछ ही घंटों में वापस लौट गए।
ट्रक निकालने में लग गए 18 घंटे
बहराइच के केसरगंज निवासी कुंदन सिंह और बनारस के राजातालाब निवासी अमर सिंह आपस में रिश्तेदार हैं। दोनों के परिवारों ने पिछले दिनों मुनस्यारी में हुए हिमपात के बाद यहां आकर हिमालय दर्शन करने का कार्यक्रम बनाया। परिवार के 14 सदस्यों को लेकर दो वाहनों से ये लोग बुधवार को बेरीनाग होते हुए थल पहुंचे। थल से मुनस्यारी को रवाना हुए दोनों परिवार बलाती बैंड के पास सड़क बाधित होने से फंस गए। पर्यटकों को उम्मीद थी कि मार्ग एक दो घंटे में खुल जाएगा, लेकिन व्यवस्थाओं की कमी के चलते मार्ग में फंसे ट्रक को निकालने में 18 घंटे का समय लग गया। अपराह्न चार बजे बंद हुआ मार्ग दूसरे दिन सुबह 11 बजे खुल सका।
कड़वे अनुभव लेकर वापस लौटा परिवार
पर्यटकों ने पूरी रात वाहनों में ही बिताई। इस दौरान इन लोगों को भोजन भी नसीब नहीं हुआ। दोनों परिवारों के सदस्यों ने बिस्कुट लेकर रात बिताई। परिवारों के साथ छोटे बच्चे भी थे। सुबह 11 बजे सड़क खुलने के बाद ये लोग मुनस्यारी पहुंच सके। कुछ ही घंटे मुनस्यारी में बिताने के बाद ये परिवार कड़वे अनुभव लेकर वापस लौटे गए। वापस लौटते हुए कुंदन सिंह ने कहा कि मुनस्यारी पर्यटन के क्षेत्र में नई पहचान बना रहा है, इस तरह की दिक्कतें पर्यटन कारोबार को नुकसान पहुंचा सकती है। वह लोग शाम पांच बजे से फंसे हुए थे। मार्ग बंद होने जैसी स्थितियों में तत्काल मार्ग खोलने या फिर पर्यटकों को न्यूनतम सुविधाएं दिए जाने की व्यवस्था की जानी चाहिए।

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