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    कुमाऊं के बाजारों पर दिखने लगा कोरोना का असर, करोड़ों का कारोबार प्रभावित nainital news

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    Updated: Sat, 07 Mar 2020 10:20 AM (IST)

    मानव स्वास्थ्य से ज्यादा कोरोना का असर बाजार पर पड़ने लगा है। फिलहाल कुमाऊं में कोरोना से ग्रस्त मरीज नहीं हैं लेकिन सबसे बड़े बाजार पर इसका व्यापक असर देखने को मिल रहा है।

    कुमाऊं के बाजारों पर दिखने लगा कोरोना का असर, करोड़ों का कारोबार प्रभावित nainital news

    हल्द्वानी, जेएनएन : मानव स्वास्थ्य से ज्यादा कोरोना का असर बाजार पर पड़ने लगा है। फिलहाल कुमाऊं में कोरोना से ग्रस्त मरीज नहीं हैं, लेकिन सबसे बड़े बाजार पर इसका व्यापक असर देखने को मिल रहा है। स्टेशनरी के उत्पाद से लेकर स्पेयर पा‌र्ट्स और इलेक्ट्रानिक उपकरणों की आपूर्ति नहीं होने से बाजार में संकट छाने लगा है। कई उत्पादों की कीमत दुकानदारों ने बढ़ा दी है। इससे ग्राहकों की भी मुश्किलें बढ़ने लगी हैं।

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    नहीं मिल रहा मास्क व सेनिटाइजर

    कुछ डॉक्टर मास्क पहनने व सेनिटाइजर के इस्तेमाल की सलाह दे रहे हैं। ऐसे में जहां शहर के 15 से अधिक सर्जिकल उपकरणों के विक्रेताओं के वहां एन 95 मास्क रखा रहता था, वहीं इस समय इसकी आपूर्ति ठप हो गई है। शहर के दवा व्यवसायी नवनीत राणा कहते हैं, यह मास्क चीन से आता है। इस समय इसकी आपूर्ति ठप है। सेनिटाइजर की भी यही स्थिति है। मांग अधिक होने से कंपनी आपूर्ति नहीं कर पा रही है।

    इलेक्ट्रानिक आइटम को भी लगने लगा धक्का

    बाजार में चीन के बने तमाम इलेक्ट्रानिक उत्पाद हैं। तमाम तरह के सस्ते उत्पाद भी हैं। जिनकी खूब बिक्री होती है। एसी के डिस्ट्रीब्यूटर रितेश नबियाल कहते हैं कि वैसे तो एसी भारत में बनता है, लेकिन कंप्रेशर चीन से आता है। इसलिए दिक्कत है। चिमनी का व्यवसाय करने वाले आशुतोष अग्रवाल कहते हैं, वैसे तो भारत की तमाम कंपनियां हैं, लेकिन चीन से भी तमाम तरह की चिमनियां आती हैं। कोरोना की वजह से इसका प्रभाव पड़ा है।

    हार्डवेयर के आइटम के भी होने लगी दिक्कत

    हार्डवेयर के व्यापारी शोभित बंसल कहते हैं, अभी तो पुराना स्टॉक है। इसलिए काम चल रहा है, लेकिन चीन से आने वाले हार्डवेयर के पांच से 10 उत्पादों अभी नहीं आ रहे हैं। आने वाले समय में इसकी दिक्कत हो सकती है। नए आइटम नहीं मिल रहे हैं। दरअसल, जरूरत के सामान की कम कीमत कम होने से लोगों का रूझान चीनी उत्पादों पर बढ़ा है।

    चीन से आते हैं स्टेशनरी के तीन हजार आइटम

    स्टेशनरी के आइटम में भी चीन के उत्पादों का बड़ा दखल है। करीब तीन हजार से अधिक आइटम आते हैं। शहर के स्टेशनरी व बुक्स के विक्रेता संजीव अग्रवाल कहते हैं, स्टेशनरी में पेंसिल, पेन से लेकर अधिकांश फैंसी आइटम हैं। अभी कोई माल नहीं आ रहा है। कुछ समय बाद दिक्कत बढ़ जाएगी।

    स्पेयर पा‌र्ट्स से लेकर ट्रांसपोर्ट पर बड़ा असर

    वाहनों के स्पेयर पाटर््स में इंडिकेटर से लेकर तमाम आइटम भी चीन से ही आते हैं। बाजार में इसकी कीमत बढ़ा दी है। ट्रांसपोर्ट व्यापारी एसोसिएशन के महामंत्री प्रदीप सब्बरवाल का कहना है कि कोरोना की वजह से स्पेयर पा‌र्ट्स की कमी होने लगी है। बाहर से माल नहीं आने पर ट्रांसपोर्ट पर भी इसका असर पड़ने लगा है। इससे दिक्कत होने लगी है।

    मोबाइल सेक्टर में 40 फीसद माल गिरा

    मोबाइल से लेकर एसेसरीज के अधिकांश आइटम की आपूर्ति चीन से ही होती है। मोबाइल विक्रेता प्रवीण कुमार अग्रवाल का कहना है कि कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से चीन से माल नहीं आ रहा है। इससे 40 प्रतिशत तक स्टॉक कम हो गया है। जो स्टॉक आ रहा है, उसकी कीमत बढ़कर आ रही है। एसेसरीज में भी कई गुना ज्यादा दाम बढ़ा दिए गए हैं।

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