आपाधापी भरा जीवन और नियमित व्यायाम न करना बना टेनिस एल्बो का कारण NAINITAL NEWS
आपाधापी भरा जीवन और नियमित व्यायाम न करना आज की कॉमन समस्या है। यही कारण है कि कोहनी के बाहर की तरफ दर्द होने लगता है जिसे चिकित्सा विज्ञान टेनिस एल्बो कहता है।
हल्द्वानी, जेएनएन : आपाधापी भरा जीवन और नियमित व्यायाम न करना आज की कॉमन समस्या है। यही कारण है कि कोहनी के बाहर की तरफ दर्द होने लगता है, जिसे चिकित्सा विज्ञान टेनिस एल्बो कहता है। अगर यह बीमारी लग गई और शुरुआत में ही सावधान नहीं हुए तो असहनीय दर्द झेलने को मजबूर होना पड़ता है। हल्द्ववानी के मेट्रिक्स अस्पताल के ऑर्थोस्कोपिक एवं स्पोर्ट्स इंज्युरी स्पेशलिस्ट डॉ. प्रदीप पांडे कहते हैं कि शुरुआत में रेस्ट करने के साथ ही बर्फ से सिकाई कर ली तो बीमारी को बढऩे से रोका जा सकता है। डॉ. पांडे रविवार को दैनिक जागरण के हैलो डॉक्टर कार्यक्रम में उपस्थित थे। उन्होंने कुमाऊं भर के लोगों के सवालों का जवाब दिया।
जानें, ये है टेनिस एल्बो का कारण
मसल्स टेंडन की ओर से हड्डी को जोडऩे वाली जगह पर लगातार खिंचाव आना टेनिस एल्बो होने का बड़ा कारण है। इसके अलावा चोट लगने, गलत तरीके से लंबे समय तक बाइक चलाने, मांसपेशियों व हड्डियों में कमजोरी से भी यह बीमारी हो सकती है।
ऐसे जानें बीमारी हो गई
अगर कोहनी के बाहर की तरफ लगातार दर्द बना हुआ है तो जान लें कि टेनिस एल्बो की समस्या हो गई। भारी सामान उठाने से भी दर्द होने लगता है। बाद-बाद में दर्द बढऩे लगता है और सूजन की भी समस्या होने लगती है
बचाव के लिए अपनाएं ये तरीका
- नियमित व्यायाम करें
- बोन हेल्थ का खास ध्यान रखें
- धूमपान, एल्कोहल से दूर रहें
- धूप में नियमित टहलें
- मसल्स मजबूत करने वाले खाद्य पदार्थ लें
- एसी में ज्यादा देर तक न बैठे रहें
- इम्युनिटी कम न होने दें
- जंक फूड के सेवन से दूर रहें
ऐसे होता है उपचार
टेनिस एल्बो के शुरुआती लक्षण के आधार पर सलाह दी जाती है कि रेस्ट करें। उस हाथ से अधिक काम न करें। बर्फ से लगातार सिकाई करें। मालिश न करें और दर्द निवारक जेल का इस्तेमाल करें। हो सके तो टेनिस एल्बो कैप पहना जा सकता है। यह तो सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन समस्या बढऩे पर विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क करें। ऐसे केस में दवाइयां दी जाती हैं और स्टीरॉयड इंजेक्शन की सलाह दी जाती है। एक फीसद लोगों में ही ऑपरेशन की जरूरत पड़ती है।
उपचार का ये है नया तरीका
आजकल इलाज की नई विधि पीआरपी (प्लेटलेट रिच प्लाज्मा) भी किया जाता है। डॉ. पांडे कहते हैं, पीआरपी में ब्लड निकालकर अस्पताल में मशीन में प्लाज्मा तैयार किया जाता है। अमूमन एक या दो इंजेक्शन से बीमारी को काफी हद तक ठीक किया जा सकता है।
स्पोट्र्स इन्ज्युरी की न करें अनदेखी
स्पेाट्र्स इन्ज्युरी में टेनिस एल्बो के अलावा जंपर्स नी (घुटने की कटोरी के पास दर्द), गोल्फर्स एल्बो (कोहनी के अंदर की तरफ दर्द), हेमस्ट्रिंग (जांघ के पीछे मांशपेशियों में खिंचाव), टेंडो एकलिस (एड़ी में दर्द ) की समस्या रहती है। इन बीमारियों में भी समय पर उपचार से राहत मिल जाती है।
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