रसोई गैस को लेकर इन बातों का रखें ध्यान, किफायत के साथ सुरक्षा भी मिलेगी aninital news
रसोई गैस के मामले में थोड़ी समझ बढ़ाई जाए तो आप बजट में राहत महसूस कर सकते हैं। गैस सिलेंडर लेने सीधे डिपो तक पहुंचते हैं तो आपको होम डिलीवरी का चार्ज नहीं देना होगा।
थोड़ा जागरूक रहेंगे तो नहीं बिगड़ेगा घर का बजट
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लोगो--- जागो ग्राहक जागो--
- रसोई गैस सिलेंडर की होम डिलीवरी न हो तो जरूर वापस लें पैसे
- वजन का तौल कराने में भी न झिझकें
- गैस एजेंसी पर रेग्यूलेटर, पाइप निश्शुल्क बदलने की है व्यवस्था
हल्द्वानी, जेएनएन : महंगाई के दौर में लोग रसोई का बजट संतुलित रखने के लिए अक्सर खान-पान की वस्तुओं में कटौती करते रहते हैं। बाजार से महंगा सामान खरीदने में भी झिझकते हैं। मगर कई और भी रास्ते हैं, जहां से आप बजट संभाल सकते हैं। ऐसे ही रसोई गैस के मामले में भी थोड़ी समझ बढ़ाई जाए तो आप बजट में राहत महसूस कर सकते हैं। गैस सिलेंडर लेने सीधे डिपो तक पहुंचते हैं तो आपको होम डिलीवरी का चार्ज नहीं देना होगा। घर पर गैस आने पर सिलेंडर वजन जरूर कराना चाहिए। दैनिक जागरण की पड़ताल में यह सामने आया है कि कई गैस एजेंसी संचालक डिपो से सीधे सिलेंडर लेने पर होम डिलीवरी का पैसा नहीं ले रहे हैं।
होम डिलीवरी न हो तो बचेंगे 20 रुपये
अक्सर देखने को मिलता है कि गैस एजेंसियां होम डिलीवरी के नाम पर उपभोक्ताओं से पैसा तो वसूल लेती हैं, लेकिन सिलेंडर घर तक नहीं पहुंचाती हैं। हालांकि, हल्द्वानी में अधिकांश एजेंसी संचालक डिपो से सिलेंडर लेने पर होम डिलीवरी का पैसा लौटा रही हैं। गैस कंपनियों ने रिफिलिंग चार्ज के अलावा होम डिलीवरी चार्ज 19.80 रुपये तय किए हैं। आपको इसका लाभ लेना चाहिए।
रेग्यूलेटर, पाइप निश्शुल्क बदलें
गैस रेग्यूलेटर या पाइप में किसी तरह की दिक्कत होने पर भी आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है और न ही पैसा खर्च करने की जरूरत है। आप अपना पुराना रेग्यूलेटर व गैस पाइप लेकर गैस एजेंसी कार्यालय में जाते हैं तो वहां ये दोनों चीजें निश्शुल्क बदली जाती हैं।
सब्सिडी न गंवाएं
यदि आपने रसोई गैस सिलेंडर में हर माह सब्सिडी लेने के लिए अपने आधार से कोई बैंक अकाउंट लिंक किया है तो उस अकाउंट को अचानक बंद न करें। इससे आप गैस सब्सिडी से वंचित रह जाएंगे। बैंक अकाउंट बंद कराते समय उससे आधार का लिंक भी हटा दें। बाद में जिस अकाउंट में सब्सिडी पाना चाहते हैं उससे लिंक करा लें। इससे आप कुछ पैसा बचा सकते हैं।
अवश्य कराएं सिलेंडर का वजन
उपभोक्ता अक्सर गैस सिलेंडर की डिलीवरी लेते समय उसका वजन कराने में संकोच करते हैं। कई मामलों में सप्लाई वाहन के कर्मचारी तौल मापक यंत्र नहीं होने की बात कहते हुए टरका देते हैं। ऐसे में उपभोक्ताओं को जागरूक रहने की जरूरत है। डिलीवरी के दौरान गैस सिलेंडर का वजन जरूर करा लें। इस दौरान ये बात ध्यान में रखें कि घरेलू रसोई गैस सिलेंडर खाली है तो इसका वजन 15 किलो 300 ग्राम और इसमें एलपीजी 14 किलो 200 ग्राम भरे जाने पर इंडेन के सिलेंडर का कुल वजन 29.9 किलोग्राम होना चाहिए। अन्य एजेंसी का 29 किलो 500 ग्राम वजन रहता है। खाली कॉमर्शियल सिलेंडर का वजन 19 किलो रहता है और इसमें 19 किलो एलपीजी भरी जाती है। इंडेन का घरेलू सिलेंडर 876.50 रुपये और कॉमर्शियल की कीमत 1537 रुपये है।
मनमानी के खिलाफ करें शिकायत
सिलेंडर की होम डिलीवरी या सिलेंडर का वजन करने में मनमानी की शिकायत संबंधित गैस एजेंसी या उसके मैनेजर से करें। सप्लाई वाहन पर टोल-फ्री नंबर भी लिखा रहता है। रसोई गैस सिलेंडर से रिसीव न होने, सब्सिडी खाते में न आने, क्षतिग्रस्त सिलेंडर डिलीवर होने, रेग्यूलेटर खराब होने की स्थिति में भी आप उन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं।
संदिग्ध से सिलेंडर न लें
रसोई गैस सिलेंडर की धोखाधड़ी से बचने के लिए उपभोक्ताओं को केवल संबंधित गैस एजेंसी के डिलीवरी वैन से ही सिलेंडर लेना चाहिए। कई बार उपभोक्ता सिलेंडर जल्दी पाने के चक्कर में संदिग्ध लोगों से इसे खरीद लेते हैं, जिससे उन्हें घाटे का सामना करना पड़ता है। रवि सनवाल, पूर्ति निरीक्षक, हल्द्वानी ने बताया कि सभी गैस एजेंसियों के लिए होम डिलीवरी अनिवार्य की गई है। कैश एंड कैरी की सुविधा लगभग खत्म हो चुकी है। होम डिलीवरी के लिए सभी गैस एजेंसियों की दरें निर्धारित हैंं। इसके बावजूद कहीं से कोई शिकायत मिलती है तो तत्काल कार्रवाई की जाती है।
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