मौसम का मिजाज बदला, कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग छियालेख से लेकर चीन सीमा लिपूलेख तक बर्फ से ढक
मौसम का मिजाज बदल गया है। बुधवार की रात से ही उच्च हिमालय में भारी हिमपात जारी है। कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग छियालेख से लेकर चीन सीमा लिपूलेख तक बर्फ से ढक चुका है।
पिथौरागढ़, जेएनएन : मौसम का मिजाज बदल गया है। बुधवार की रात से ही उच्च हिमालय में भारी हिमपात जारी है। कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग छियालेख से लेकर चीन सीमा लिपूलेख तक बर्फ से ढक चुका है। थल-मुनस्यारी मार्ग पर कालामुनि से लेकर पातलथौड़ तक बर्फ की चादर बिछ चुकी है। मुनस्यारी में झमाझम बारिश हुई अन्यत्र बादल छाए हैं। ठंडी हवाएं बहने से पूरे जिला कड़ाके की ठंड की चपेट में आ चुका है। बाजारों में भीड़ कम है तो सफर करने वालों की संख्या भी घटी है। उच्च हिमालय में पानी जमने लगा है।
बुधवार सायं से ही जिले में आसमान बादलों से घिर गया था। रात को हिमालय की ऊंची चोटियों पर हिमपात होने लगा था। पंचाचूली, राजरंभा, हंसलिंग, छिपलाकेदार में हिमपात हुआ। जो गुरु वार को जारी है। सुबह मुनस्यारी में बारिश हुई। आज रात तक मुनस्यारी में भी हिमपात की संभावना बनी है। यहां पर तापमान माइनस दो और अधिकतम तापमान नौ डिग्री है। धारचूला की दारमा और व्यास घाटी बर्फ से लकदक हो चुकी है। यहां पानी जम चुका है। पाइप लाइन भी जम गए हैं। डीडीहाट सहित सीमांत में गुरु वार दोपहर बाद बारिश हो रही है जिला मुख्यालय में हल्की बूंदाबांदी हुई ।
कहां कितना हुआ हिमपात
गुंजी- 4 सेमी
कुटी -20 सेमी
कालापानी - 6 सेमी
गब्र्यांग - 2 सेमी
छियालेख -3 सेमी
दारमा धाकड़ -10 सेमी
मुनस्यारी के मिलम - 20 सेमी
नोट : उक्त आंकड़े आइटीबीपी के सूत्रों पर आधारित
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