डीएलएड-टीईटी पास न करने वाले शिक्षा मित्रों की आज से छुट्टी, जानिए क्या है कारण
चार साल का समय देने के बाद भी डीएलएड-टीईटी पास न कर पाने वाले शिक्षा मित्रों की विभागीय सेवाएं सोमवार को समाप्त हो जाएंगी।
हल्द्वानी, जेएनएन : चार साल का समय देने के बाद भी डीएलएड-टीईटी पास न कर पाने वाले शिक्षा मित्रों की विभागीय सेवाएं सोमवार को समाप्त हो जाएंगी। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की अधिसूचना के मुताबिक, मार्च 2015 तक नियुक्त अथवा पदासीन शिक्षकों को निर्धारित शैक्षिक व प्रशिक्षण अर्हता पूरी करना अनिवार्य है। अर्हता पूरी करने की समय सीमा 31 मार्च को खत्म हो गई। इस पर डीईओ ने उप शिक्षाधिकारियों को निर्देश देते हुए एनसीटीई के निर्देशों के अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित करने की बात कही है। ऐसा न करने वाले अधिकारी किसी तरह की विभागीय कार्रवाई पर स्वयं जिम्मेदार होंगे।
साफ-साफ निर्देश देने से बच रहे अफसर
विभागीय अधिकारी साफ-साफ निर्देश देने से बच रहे हैं। डीईओ प्राथमिक जीएस भारद्वाज ने निदेशालय के पत्र का हवाला देते हुए उप शिक्षाधिकारी से तत्काल आवश्यक कार्यवाही करने की बात कही है। इधर, जानकारी में आया है कि उप शिक्षाधिकारियों ने वाट्सएप के जरिये आदेश सीआरसी के पास सरका दिया है। अप्रैल की पहली तारीख से ऐसे शिक्षकों की हाजिरी नहीं लेने की बात कही है।
शिक्षा मित्रों की स्पष्ट संख्या तक नहीं
डीएलएड-टीईटी पास न करने वाले शिक्षा मित्रों की प्रदेश में कितनी संख्या है, इसकी स्पष्ट जानकारी विभागीय अफसरों के पास नहीं हैं। डीईओ ने बताया कि नैनीताल जिले में 250 के करीब ऐसे शिक्षक हैं। सूत्रों की मानें तो प्रदेश में दो हजार से अधिक शिक्षक इस फैसले से प्रभावित होंगे।
आरएल आर्य, अपर निदेशक (प्राथमिक शिक्षा) कुमाऊं ने बताया कि डीएलएड-टीईटी पास न करने वाले शिक्षा मित्रों का ब्योरा जिलों से मांगा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही संख्या पता चल सकेगी।
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